स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो उन्नाव। मोहर्रम की 9 तारीख को तमाम लोग अपने-अपने घरों में ताजियदारी करते हैं जिसमें मुस्लिमों के अलावा तमाम हिन्दू भाई भी शिरकत करते हैं। शहर के किला चैकी क्षेत्र के मोहल्ला छिपयाना में एक गरीब परिवार कुछ छोटे ताजिये बनाकर अपने दरवाजे बेच रहा था तभी किला चैकी इंचार्ज प्रेमप्रकाश दीक्षित व कुछ सिपाहियों ने ताजिया बिक्री का विरोध किया और डंडे से ताजिये को तोड़ दिया जिसमें कुछ ताजिये टूटने की बात सामने आई है। जबकि ताजिया की बिक्री पर कोई मनाही नही है। जिला प्रशासन ने भी ताजिये की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नही लगाया है।
चैकी इंचार्ज द्वारा ताजिया तोड़े जाने की खबर फैलते ही सैकड़ो की तादाद में लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गये और किला चैकी इंचार्ज का पुरजोर विरोध करने लगे। देखते ही देखते लोगों का एक बड़ा हुजूम सड़क पर इकट्ठा हों गया। जिसके बाद शहर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्रा व किला चैकी इंचार्ज प्रेमप्रकाश दीक्षित ने लोगों से माफी मांगी और अपनी गलती का दुःख प्रकट किया। शहर कोतवाल दिनेश मिश्रा ने ताजिये के सामने सिर झुकाकर एहतराम से उसे चूमा पर लोगों की मांग थी कि चैकी इंचार्ज को तुरन्त सस्पेंड किया जाए जिसपर पुलिस द्वारा आला अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया गया।
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सदर कोतवाल ने सार्वजनिक रूप से माफी मांग चूमा ताजिया
सदर कोतवाल दिनेश चन्द्र मिश्रा ने सभी लोगो को समझाने का प्रयास किया और भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रहा। किला चैकी इंचार्ज पर कार्यवाही को लेकर सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चन्द्र मिश्रा ने आला अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया। सदर कोतवाल की सूझ-बूझ से शहर में एक बार फिर बड़ा बवाल होते-होते बच गया।