कुशीनगर में पीड़ित बेटी को लेकर न्याय के लिए भटक रही है मां

महिला थाने से दो बार हो चुकी हैं विदाई कुशीनगर,उप्र।जिले के थाना कोतवाली पडरौना क्षेत्र अंतर्गत गांव बहिसया बनबीरपुर निवासी इंद्रावती देवी पत्नी नगेश्रर मद्धेशिया ने अपनी पुत्री पुष्पा देवी को बार-बार ससुराल में ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपकर जिले के सदर महिला थाने से न्याय की गुहार लगाई

महिला थाने से दो बार हो चुकी हैं विदाई

कुशीनगर,उप्र।
जिले के थाना कोतवाली पडरौना क्षेत्र अंतर्गत गांव बहिसया बनबीरपुर निवासी इंद्रावती देवी पत्नी नगेश्रर मद्धेशिया ने अपनी पुत्री पुष्पा देवी को बार-बार ससुराल में ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपकर जिले के सदर महिला थाने से न्याय की गुहार लगाई है। 

आरोप है कि थाना बरवापट्टी क्षेत्र अंतर्गत दशहवा के धोबीघटवा निवासी अर्जुन उर्फ बाबूलाल पुत्र रामप्रीत के साथ पूर्व में 22 अप्रैल 2016 को हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक वैवाहिक अटूट बंधन में जोड़ा गया था। 

इंद्रावती ने तहरीर में जिक्र किया है कि शादी के दौरान पीड़िता के परिजन आंचल संपत्ति बेचकर एक लाख रुपए नकद तथा हीरो मोटरसाइकिल के अलावे विदाई के सभी सामानों को देकर लड़की को विदा किया गया था। मेरी लड़की शादी के उपरांत कमोबेश 6 माह तक ठीक ठाक से जीवन यापन की।

जिसके बाद लड़की का पति (दामाद) सोनी एलसीडी टीवी की मांग करने लगा। जब लड़की ने जवाब दिया कि मेरे माता-पिता गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इस वक्त आपके मांग को देने में सक्षम नहीं हैं। 

इस बात से खुन्नस खाएं अर्जुन (दामाद) व अर्जुन की माता कुंती देवी के अलावे अर्जुन का बड़ा भाई मुन्ना मेरी लड़की को बुरी तरह से मारे पिटे घायल अवस्था में दामाद अर्जुन मेरी लड़की व 4 वर्ष की मासूम बच्ची को मोटरसाइकिल से लेकर गांव के बाहर छोड़ चला गया। 

उक्त घटना की सूचना महिला थाना दिनांक 20 अगस्त 2019 को तहरीर के जरिए पूरे मामले को अवगत कराया गया। 
मामले को गंभीरता से लेकर महिला थाने पर दोनों पक्षों को थाने बुलाकर सुलह समझौता कराने के बाद थाने से ही लड़की की विदाई कराई गई। विदाई करने के दौरान दोनों पक्षों को एक सप्ताह बाद थाने पर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।
 

महिला थाने के इस फरमान को अर्जुन ताखपर रखकर हाज़िर नहीं हुआ। थाने से हुई विदाई के दो महा बाद ससुराल से मेरी लड़की को मैके लाकर छोड़ गया। जब मैं अर्जुन (दामाद) से पूछी कि बगैर बताए कैसे लाकर पहुंच गए हैं। तो अर्जुन ने जवाब दिया कि जलावन की लकड़ी खत्म हो जाने के चलते लाकर छोड़ गया हूं। लकड़ी का इंतजाम होती ही आकर बुला ले जाएंगे। 

जोकि इस बहाने बाजी को लेकर मेरी लड़की को आए तकरीबन 6 माह से ऊपर हो गया है जब भी फोन कर पूछा जाता है कि आकर अपनी पत्नी और अपनी बेटी को ले जाओ तो आने से इंकार करता है। 

पीड़िता की मां ने उक्त मामले में महिला थानाध्यक्ष को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाते हुए उचित कार्यवाई की मांग की है।

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