एसीसी के घटिया सीमेंट का मामला आया प्रकाश में जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान

बसखारी, अम्बेडकरनगर। जनपद के बसखारी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हो रहे मकान निर्माण में पिलर की ढलाई करने के बाद भरभरा कर पिलर टूट रहा। जिससे एसीसी सीमेंट के घटिया क्वालिटी का मामला प्रकाश में आया। मामला प्रकाश में आते ही आग की तरह फैल गया

बसखारी, अम्बेडकरनगर। जनपद के बसखारी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हो रहे मकान निर्माण में पिलर की ढलाई करने के बाद भरभरा कर पिलर टूट रहा। जिससे एसीसी सीमेंट के घटिया क्वालिटी का मामला प्रकाश में आया। मामला प्रकाश में आते ही आग की तरह फैल गया और एसीसी से निर्माण कराने वाले मकान स्वामियों में दहशत का माहौल है।

क्षेत्रवासियों मे एसीसी सीमेंट के डुप्लीकेटिंग सीमेंट को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है क्योंकि बीते समय में ऐसा ही मामला एसीसी सीमेंट के नाम पर डुप्लीकेटिंग का हो चुका है। एसीसी सीमेंट की बोरी में घटिया सीमेंट चर्चा का विषय बना हुआ है। हल्की सी चोट पर भरभरा कर पिलर टूट रहा। मकान निर्माण के समय ढालें गये पिलर 15 दिन बाद भी हल्की सी चोट मारने पर भरभरा कर टूट रहा। पीड़ित को सिर्फ दुकानदार से आश्वासन मिल रहा है। जांच टीम को बुलवाने का आश्वासन देकर 15 दिन से अधिक का समय दुकानदार ने बिता डाला।

लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद भी समस्या का निवारण नहीं हो सका। बीते 3 दिन पहले टेक्नीशियन राकेश श्रीवास्तव ने पिलर का निरीक्षण किया था। टेक्नीशियन ने कहां सीमेंट एसीसी कंपनी का है आप कंप्लेंट कर सकते हैं। आज या कल जांच टीम आयेगी तो ही कोई निष्कर्ष निकल पाएगा। टेक्नीशियन के साथ आए दो व्यक्ति जो गलत शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे और मारपीट पर आमादा थे जब पीड़ित परिवार ने पुलिस को बुलाने की बात कही तो दोनों वहां से देख लेने की धमकी देकर भाग निकले। यह दोनों व्यक्ति कौन थे इसका अभी तक कोई पता नहीं चल सका। जबकि दुकानदार के द्वारा बुलाए गए थे यह दोनों व्यक्ति और दुकानदार को ही मालूम है कि यह दोनों कौन थे। स्थानीय सीमेंट विक्रेता महेश अग्रहरि के तीखे बोल और घटिया कारनामा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुका है।

जांच के लिए आयी टीम संदेह के घेरे में टेक्नीशियन को नहीं पता साथ में आए दो अधिकारी कौन थे। कहा कि दोनों अधिकारी नए हैं मुझे जानकारी नहीं है कहकर फोन काट दिया। जांच के निष्कर्ष के बारे में कोई अस्पष्ट जानकारी नहीं दिया। टेक्नीशियन आनाकानी करता रहा फिर फोन काट दिया। जांच करने आई टीम को लेकर चर्चा का बाजार गर्म सब कुछ एक कहानी और षडयंत्र प्रतीत हो रहा है। एसीसी कंपनी के टोल फ्री नंबर पर भी पीड़ित में अपना कंप्लेंट दर्ज कराया। आश्वासन और जांच से निराश पीडित अब पुलिस की शरण लेने को मजबूर है। सूत्रों की माने तो जनपद में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो बीते समय से ही एसीसी सीमेंट की आंड़ में कालाबाजारी व डुप्लीकेटिंग करने का काम करता आ रहा है।

जिसका सबसे बड़ा प्रमाण बीते दिनों किछौछा नगर पंचायत में ही एसीसी सीमेंट के डुप्लीकेटिंग का मामला प्रकाश में आया था। और हरकत में आए कंपनी और पुलिस की कार्रवाई के तहत दुकान को सील कर दिया गया था। यह एक बड़ा गिरोह है जो चैनिंग के तहत छोट-छोटे दुकानदारों के माध्यम से इस सीमेंट की बिक्री करवाते हैं और यह छोटे दुकानदार ना ही रजिस्टर्ड होते हैं ना ही जीएसटी भरते हैं जो पूरी तरह से अवैध धंधे को जनपद भर में मकड़जाल की तरह फैला कर रखे हुए हैं। और लोगों की जिंदगीयों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

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