बेमौसम बरसात से धान की फसल हुई चौपट, किसानों के अरमानों पर फिरा पानी।

80 फीसद किसानों की फसलें खेतों में खड़ी या फिर कटी पड़ी है अधिकांश फसल पक चुकी है जिनमें कटाई चल रही है।


 स्वतंत्र प्रभात 


  

शाहजहांपुर। मौसम का मिजाज अचानक बदला और झमाझम बारिश हुई। इससे मौसम में सर्दी का असर देखने को मिला।वहीं धान की फसल के लिए यह बारिश बेहद नुकसानदेह है। किसानों को धान का दाना काला पड़ने का डर सता रहा है। धान की अगेती फसल उठ चुकी है। हालांकि अभी करीब 80 फीसद किसानों की फसलें खेतों में खड़ी या फिर कटी पड़ी है। अधिकांश फसल पक चुकी है जिनमें कटाई चल रही है।

          रविवार को जिस तरह से अचानक मौसम बदला और कई घंटे तक बारिश हुई, उसने किसानों की चिता बढ़ा दी। सूरज एक भी नही निकला तो किसानों की हिम्मत और टूट गयी।लेकिन फिर मौसम ने करवट बदली और पूरे दिन रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। मौसम के रुख को देख किसानों को कटाई का काम बीच में रोकना पड़ा। किसानों की मानें तो कटाई के समय बारिश होने से धान का दाना काला पड़ जाएगा।


 जिसका मंडी में अच्छा भाव मिलना मुश्किल है।ध्यान रहे कि इस बार सितंबर माह में भी अत्याधिक बारिश हुई। जिससे धान की फसल का विकास बेहतर नहीं हो सका। ज्यादा पानी बरसने से कई जगह फसल गलकर नष्ट भी हो गई। अब रही सही कसर रविवार को हुई बारिश ने पूरी कर दी। इसके अलावा सब्जियों के लिए भी बारिश का काफी नुकसान है। 
 

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