जबरन भू माफिया के द्वारा बैनामा सुदा की जमीन पर किया गया निर्माण

महरुआ पुलिस को सूचना देने के बाद भी दिनभर चलता रहा निर्माण कार्य



 

स्वतंत्र प्रभात
भीटी अंबेडकरनगर।

 सूबे के मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बावजूद भी भू माफिया उत्तर प्रदेश में अभी भी सक्रिय हैं। भू माफिया पर कार्यवाही करने के बावजूद उनके अधिकारी और कर्मचारी उनका खुलकर समर्थन दे रहे हैं। ताजा मामला महरुआ थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा रामनगर कर्री मजरे धरमपुर का है।

 जहाँ दबंगों द्वारा जबरन बैनामा सुदा जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार  बुधवार की सुबह समय लगभग 6:00 बजे राम नयन पुत्र अन्नू प्रजापति ने महरुआ थाने पर तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। विपक्षी जगदीश प्रसाद सिंह पुत्र स्वर्गीय अवध बिहारी, विजय सिंह, दिनेश सिंह, राकेश सिंह, रमेश सिंह, राजेश सिंह जबरदस्ती हमारी जमीन पर जबरन आर्टिफिशियल दीवाल उठा कर कब्जा कर रहे हैं।

पीड़ित ने इसकी सूचना डायल पीआरबी पर भी दिया। पीआरबी  जैसे ही  काम को बंद कराकर वहां से जाती। पुनः कार्य शुरू कर दिया जाता। बाद में थाने से 2 सिपाही गांव जाकर दोनों पक्ष को थाने पर आने की बात कहते हैं थाने पर दोनों पक्ष के लोग जाते हैं। लेकिन फिर भी दबंगों द्वारा निर्माण कार्य को नहीं रोका जाता है। दिन भर असलहे से लैस दबंगों द्वारा पुलिस की मिलीभगत से निर्माण करवाया जाता है और शाम तक पूरे निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाता है।

जब तहसील से लेखपाल जाते हैं तो उनके सामने भी उस पर टीन सेड रखा जाता रहा लेकिन दबंगों के सामने लेखपाल भी निर्माण कार्य को रोकने से नहीं मना कर पाए और मूकदर्शक बने देखते रहे। दबंगों को प्रशासन का कोई खौफ नही है। सुबह पुलिस की मौजूदगी में दबंगों द्वारा पीड़ित को जान से मारने के लिए भी दौड़ा लिया गया था पुलिस मुक दर्शक बनी रही। इस घटना को लेकर परिवार में दहशत का माहौल बना हुआ है की पुलिस के बार बार जाने के बावजूद भी दबंगों द्वारा काम को नहीं रोका गया। और उस पर आलीशान मकान बनकर तैयार हो गया।आखिर महरुआ पुलिस विकलांग हो चुकी है।जहाँ एक भू माफिया एक गरीब की जमीन पर दिन भर कर रहे निर्माण कार्य को नहीं रोक पाई।


आखिर यह भीटी सर्किल के पुलिस के लिए आम बात हो चुकी है केवल पैसा चाहिए कब्जा चाहे जैसा भी हो करवाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। वही जब थानाध्यक्ष महरुआ नागेंद्र सरोज से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हमने उसी वक्त काम को रुकवा दिया था। आखिर बड़ा सवाल जब थानाध्यक्ष के द्वारा निर्माण कार्य को रोक दिया गया था तो फिर कैसे निर्माण कार्य पूरा हो गया। वही जब लेखपाल अर्जुन सिंह से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हम मौका देखने लगभग 3:00 बजे गए थे और उस पर विपक्षी टीन शेड रख चुका था। भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार खबरें प्रकाशित हुई लेकिन उसका संज्ञान आज तक जिले के आला हकीम ने नही लिया। बताया जाता है की गरीब की जमीन पर कब्जा कराने में एक सफेदपोश का भी हाथ है।

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