सोनभद्र की डॉ. रचना तिवारी को मिलेगा आदित्य संस्कृति विशिष्ट सम्मान
मां पीताम्बरा की नगरी दतिया मध्यप्रदेश में 7 और 8 सितंबर को होगा पंचम अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन-2025
यह आयोजन हिन्दी साहित्य को बढ़ावा देने और नए साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम
अजित सिंह/ राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
सांस्कृतिक मासिक पत्रिका आदित्य संस्कृति द्वारा आयोजित पंचम अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन-2025 में सोनभद्र की प्रसिद्ध कवयित्री और शिक्षाविद् डॉ. रचना तिवारी को आदित्य संस्कृति विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। यह दो दिवसीय भव्य आयोजन 7 और 8 सितंबर को मध्यप्रदेश के दतिया शहर में स्थित होटल ब्लू स्टार में होगा।

यह सम्मान डॉ. तिवारी के साहित्यिक योगदान और उनकी मौलिक रचनाओं को मान्यता देता है, जिससे सोनभद्र का साहित्यिक जगत गौरवान्वित महसूस कर रहा है। हिंदी महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले इस सम्मेलन का उद्घाटन 7 सितंबर को सुबह 9 बजे होगा। इस आयोजन के मुख्य संरक्षक मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा होंगे। डॉ. रचना तिवारी इस सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में भी शामिल होंगी।
यह सम्मेलन साहित्य प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहाँ कवि सम्मेलन, व्याख्यान, पुस्तक विमोचन, परिचर्चा और पर्यटन जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। डॉ. रचना तिवारी सोनभद्र की एक प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं, जिन्होंने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके अब तक नौ काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं, जो उनकी रचनात्मकता और साहित्यिक गहराई को दर्शाते हैं।
आदित्य संस्कृति पत्रिका ने वर्ष 2020 में डॉ. तिवारी पर एक विशेषांक भी प्रकाशित किया था, जो उनके काम की सराहना का प्रमाण है। यह सम्मान उनकी साहित्यिक यात्रा का एक और पड़ाव है, जो युवा साहित्यकारों को भी प्रेरित करेगा। डॉ. तिवारी को यह सम्मान मिलने की खबर से सोनभद्र के साहित्यकारों और साहित्य प्रेमियों में खुशी और उत्साह का माहौल है। यह सम्मान न केवल डॉ. तिवारी के लिए बल्कि पूरे सोनभद्र जिले के लिए एक गौरव का क्षण है, क्योंकि यह जिले को साहित्यिक मानचित्र पर एक विशेष पहचान दिलाता है। यह आयोजन हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने और नए साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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