भाड़ में जाये दुनिया अधिकारी बजाए हारमोनिया
बीडीओ केमटन पार्टी ने खड़ा किया सवालों का पहाड़ मंदिर परिसर के पास आयोजन, खर्च के स्रोत पर भी उठे सवाल
सुपौल ब्यूरो
आम लोगों का कहना है कि कार्य दिवस के दौरान इस तरह का निजी आयोजन न केवल दफ्तर के कामकाज को प्रभावित करता है, बल्कि सरकारी मर्यादा और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करता है। “क्या अब सरकारी दफ्तर निजी समारोहों का ठिकाना बन जाएंगे?” — यह सवाल आम नागरिक खुलेआम पूछ रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात में आयोजित इस भोज में एसआईआर से जुड़े सैकड़ों कर्मचारी सहित अनुमंडल स्तर के वरीय अधिकारी शामिल थे। माहौल ऐसा था जैसे किसी अधिकारी के घर पर पारिवारिक कार्यक्रम चल रहा हो। खास मेहमानों की आवभगत में खुद अधिकारी-कर्मी जुटे हुए थे और भोज का लुत्फ़ उठा रहे थे।
मंदिर की पवित्रता पर भी सवाल ?
चौंकाने वाली बात यह रही कि आयोजन स्थल के ठीक पास ही बजरंग बली मंदिर स्थित है, जिसके पवित्र माहौल का ध्यान रखना तो दूर, शोरगुल और भीड़-भाड़ से श्रद्धालु परेशान हुए। कई भक्तों ने इसे धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ बताया है।
खर्च का स्रोत छुपा, सफाई में भी ‘कला’
स्थानीय लोगों ने पूछा आखिर लाखों रुपये खर्च कर यह आयोजन किसने और किस उद्देश्य से किया?" वरीय अधिकारियों ने भी मटन पार्टी का आनंद लिए, लेकिन मीडिया के सवालों पर अनभिज्ञता का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।मंगलवार सुबह जैसे ही सूरज निकला, कार्यालय परिसर को इस तरह से चमका दिया गया कि रात की पार्टी के कोई निशान तक नहीं मिले। देखने वाले कहने लगे जैसे यहां कल कुछ हुआ ही न हो।
Read More New Expressway: हरियाणा और UP को आपस में जोड़ेगा ये एक्सप्रेसवे, 2300 करोड़ रुपये होंगे खर्चमामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। राजद नेताओं ने वरीय अधिकारियों से शिकायत कर जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि आयोजन का आदेश किसने दिया,आयोजन में हुए खर्च कहां से आया और आखिर इस भोज की आवश्यकता क्यों पड़ी।हालांकि अधिकारी आज इस सवाल से अनभिज्ञ नजर आए।हालांकि लोगो की निगाहें अब अपनी तेज तराज जिला पदाधिकारी के एक्शन पर टिकी हुई है।

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