विश्व स्तनपान सप्ताह पर सुपौल में कार्यशाला का आयोजन, माताओं को किया गया जागरूक
समाज के हर वर्ग से सहयोग प्राप्त कर इसे व्यापक स्तर पर अपनाने के लिए प्रेरित करना था
सुपौल, सिविल सर्जन-सह-सदस्य सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति, सुपौल की अध्यक्षता में आज विश्व स्तनपान सप्ताह के सफल क्रियान्वयन को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस वर्ष 2025 का थीम “Invest in breastfeeding, Invest in the future” निर्धारित किया गया है, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
इस अवसर पर आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया गया। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे सप्ताह भर घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं और किशोरियों से मिलें और स्तनपान के लाभ व तरीकों पर चर्चा करें।
सिविल सर्जन ने बताया कि नवजात शिशु जो स्तनपान नहीं कर पा रहे हैं या जिनकी मां बीमारी के कारण स्तनपान नहीं करा सकती, उन्हें Expressed Breast Milk (दूध निकालकर पिलाना) की जानकारी दी जाएगी और हरसंभव सहायता भी प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान यह भी निर्देश दिया गया कि जिला एवं प्रखंड स्तरीय सभी अस्पतालों में प्रमुख स्थानों जैसे अस्पताल प्रवेश द्वार, मैटरनिटी विंग, SNCU, PNC वार्ड आदि पर स्थानीय भाषा में Breastfeeding Policy का प्रचार-प्रसार करने हेतु IEC मैटेरियल लगाए जाएं।
प्रखंड स्तर पर भी ICDS विभाग के सहयोग से कार्यशाला एवं हेल्दी बेबी शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें SNCU, KMC, PNC वार्ड, पीआईसीयू, एनआरसी स्टाफ, ममता कार्यकर्ता और भर्ती बच्चों की माताएं हिस्सा लेंगी।
इस अवसर पर उपाधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, शशि कुमार, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी बालकृष्ण चौधरी, जिला योजना समन्वयक अभिषेक कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक, पीरामल स्वास्थ्य प्रतिनिधि, ममता कार्यकर्ता सहित कई अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
कार्यशाला का उद्देश्य स्तनपान को बढ़ावा देने, उसकी रक्षा करने और समाज के हर वर्ग से सहयोग प्राप्त कर इसे व्यापक स्तर पर अपनाने के लिए प्रेरित करना था।

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