सोनभद्र उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन विभाग की घोर लापरवाही से ग्रामीण परेशान, 1 महीने से टूटा पोल और सड़क पर बिखरे तार

सोनभद्र में यूपीपीसीएल की बड़ी लापरवाही उजागर , महीनों से टूटा पोल, ग्रामीण अंधेरे में जीने को मजबूर

सोनभद्र उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन विभाग की घोर लापरवाही से ग्रामीण परेशान, 1 महीने से टूटा पोल और सड़क पर बिखरे तार

लोगों की ज़िंदगी ठप्प सड़कों पर पसरा खतरा, यूपीपीसीएल पर उठे गंभीर सवाल, प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग

अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट) 

सोनभद्र/उत्तर प्रदेश -

 जुगैल थाना क्षेत्र के ग्राम खहररा टोला आमिला/करेला में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (UPPCL) की घोर लापरवाही सामने आई है। पिछले एक महीने से भी ज़्यादा समय से बिजली का एक पोल टूटकर सड़क पर गिरा हुआ है और बिजली के तार भी सड़क पर बिखरे पड़े हैं। इस वजह से गांव की बिजली काट दी गई है, जिससे करीब 60-70 घरों के ग्रामीण भारी परेशानी झेल रहे हैं।

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ग्रामीणों का आरोप है कि इतनी लंबी अवधि बीत जाने के बाद भी न तो कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचा है और न ही कोई लाइनमैन। ग्राम खहररा टोला करेला के निवासी इस उदासीनता से बेहद आक्रोशित हैं। ग्रामीण शिवधारी जिगवीर बताते हैं कि पोल टूटने और तार बिखरने के कारण पिछले एक महीने से उनके गांव में बिजली नहीं है, जिससे उनका दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

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उन्होंने बताया कि कई दशकों तक वे बिजली के बिना ही रहते थे। अभी हाल ही में उनके गांव में बिजली के पोल लगाए गए थे और तार जोड़े गए थे, लेकिन बहुत कम समय में ही यह पोल टूटकर गिर गया। ग्रामीणों का कहना है कि 74 साल तक बिजली के बिना रहने के बाद जब हाल ही में बिजली आई थी, तो उन्हें उम्मीद थी कि अब उनका जीवन आसान होगा, लेकिन UPPCL की इस लापरवाही ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।टूटा हुआ बिजली का पोल और सड़क पर बिखरे तार न केवल बिजली आपूर्ति बाधित कर रहे हैं, बल्कि आने-जाने वाले लोगों के लिए भी गंभीर खतरा बने हुए हैं।

यह मार्ग चोपन की ओर जाता है और काफी व्यस्त रहता है। सड़क पर खुले में पड़े बिजली के तारों से किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है, जिससे जान-माल का भारी नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों को सड़क पर आते-जाते समय डर भी लगता है।ग्रामीणों ने UPPCL विभाग की इस बड़ी लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी भी लाइनमैन या अधिकारी का मौके पर न आना विभाग की घोर उदासीनता को दर्शाता है। यह स्थिति विभाग की कार्यप्रणाली और जनता के प्रति उसकी जवाबदेही पर प्रश्नचिह्न लगाती है।

ग्राम खहररा ढार के निवासियों ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से तत्काल इस मामले का संज्ञान लेने और जल्द से जल्द टूटे हुए पोल को हटवाने, तारों को ठीक करवाने और बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। उन्होंने यह भी अपील की है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यह घटना सरकारी विभागों की जनता के प्रति जवाबदेही और कार्यकुशलता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।

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