ओबरा थर्मल पावर स्टेशन पर नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का अधिकारियों ने लिया जायजा, समन्वय का प्रदर्शन
उप जिलाधिकारी ने मॉक ड्रिल का लिया जायजा आपातकालीन स्थिति से निपटने के सिखाए गुर
नागरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के परिप्रेक्ष्य में, नागरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। ओबरा थर्मल पावर स्टेशन पर आयोजित एक व्यापक मॉक ड्रिल ने न केवल किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का आकलन किया, बल्कि विभिन्न हितधारकों के बीच प्रभावी समन्वय और प्रतिक्रिया तंत्र का भी प्रदर्शन किया।
इस महत्वपूर्ण अभ्यास में ओबरा उपजिलाधिकारी विवेक सिंह ने सक्रिय रूप से भाग लिया और पूरी प्रक्रिया का बारीकी से निरीक्षण किया। इस मौके पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कमांडेंट एस के सिंह, ओबरा क्षेत्राधिकारी हर्ष पांडेय, कोतवाल राजेश सिंह जैसे उच्चाधिकारियों का एक साथ उपस्थित रहना स्पष्ट करता है कि जिला प्रशासन नागरिक सुरक्षा को कितनी गंभीर है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम (UPRVUNL) और दूसान पावर सिस्टम के उच्च अधिकारियों की इस मॉक ड्रिल में भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण रही और थर्मल पावर स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन को सुनिश्चित करने में सहायक है। अभ्यास के दौरान आग लगने की स्थिति में निकासी की प्रक्रिया, आवश्यक चिकित्सा सहायता की उपलब्धता, और प्रभावी संचार प्रणाली जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया।
इस मॉक ड्रिल का एक उल्लेखनीय पहलू यह था कि सभी प्रतिभागियों को मानक संचालन प्रक्रियाओं ( मानक संचालन प्रक्रिया) से परिचित कराया गया, जिससे उन्हें आपातकालीन स्थितियों में अपनी विशिष्ट भूमिकाओं को स्पष्ट रूप से समझने का अवसर मिला। ड्रिल के दौरान कर्मचारियों और अन्य हितधारकों की प्रतिक्रिया का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया गया, जो भविष्य में सुरक्षा उपायों को और बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
उप जिलाधिकारी विवेक सिंह ने इस तरह के अभ्यास के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना के संभावित प्रभाव को कम करने के लिए साधारण प्रक्रिया है। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों के बीच प्रभावी समन्वय और उनकी तैयारियों की सराहना किया, जो एक सुरक्षित और लचीला समुदाय बनाने के लिए आवश्यक है।वहीं सी आई यस एफ कमांडेंट एस के सिंह ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सी आई एस एफ किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए हमेशा तत्पर है।
इसी क्रम में ओबरा क्षेत्राधिकारी हर्ष पांडेय ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए अपनी टीम की प्रतिबद्धता व्यक्त की। अन्त में कोतवाल राजेश सिंह ने सामुदायिक सुरक्षा और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की क्षमता के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
यह मॉक ड्रिल ओबरा थर्मल पावर स्टेशन के कर्मचारियों और आसपास के समुदाय के लोगों में सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह अभ्यास इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि प्रशासन और औद्योगिक इकाइयाँ नागरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती हैं और किसी भी संभावित खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एकजुट होकर काम कर रही हैं। इस प्रकार की सक्रिय पहल न केवल तैयारियों को मजबूत करती है बल्कि नागरिकों के बीच जागरूकता और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा मिलता है।

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