अनपरा व्यंकट मोड़ पर शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पर भव्य सुंदर कांड व भव्य भंडारे का हुआ आयोजन l
धार्मिक एकता की मिसाल, सभी ने मिलकर समाज में दिया शांति, भाईचारे और प्रेम का संदेश
स्थानीय समुदाय के बीच सहयोग और एकता की मिसाल
अजयंत कुमार सिंह ( संवाददाता)
सोनभद्र जनपद के नगर पंचायत अनपरा में हनुमान जन्मोत्सव पर धूमधाम और श्रद्धा के साथ सुंदर कांड व भव्य भंडारे मे हज़ारो श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया । नगर के सभी हनुमान मंदिर के प्रसिद्ध मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी, जहां प्रत्येक कोने में आस्था और भक्ति की लहर तैरती दिखी। यह मंदिर अनपरा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो वर्षों से लाखों भक्तों का विश्वास और आस्था का केंद्र रहा है।
आज हनुमान जयंती के अवसर पर, मंदिर प्रांगण में भव्य सजावट की गई, जहां श्रद्धालुओं ने हनुमान जी के जयकारों के साथ विधिपूर्वक पूजा अर्चना की। सुबह से ही मंदिर में हर तरफ भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। विशेष पूजा-अर्चना और हवन के बाद, श्रद्धालुओं ने भगवान हनुमान से समाज की सुख-समृद्धि और सुरक्षा की कामना की।
भव्य भंडारे का आयोजन
आस्था और श्रद्धा का यह महापर्व भंडारे के साथ और भी खास बन गया। हनुमान जी के जन्मोत्सव के इस अवसर पर सैकड़ों लोगों ने श्रद्धा से भरे दिलों के साथ भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। स्थानीय निवासियों और दूर-दराज से आए भक्तों ने एक साथ बैठकर भोजन किया और भगवान हनुमान के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
मंदिर के बाहर भव्य सजावट और राम-हनुमान के चित्रों के साथ रंग-बिरंगी रोशनियों ने वातावरण को और भी भव्य बना दिया। भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था, जिन्होंने इस अवसर पर विशेष रूप से हनुमान जी के भजन, कीर्तन और रामधुन का आयोजन भी किया।
धार्मिक एकता की मिसाल
इस अवसर पर अनपरा के नागरिकों ने एकजुट होकर यह साबित कर दिया कि धर्म और आस्था के इस पावन पर्व को मनाने में जाति-धर्म की दीवारें नहीं होतीं। सभी ने मिलकर समाज में शांति, भाईचारे और प्रेम का संदेश दिया।
हनुमान जयंती के इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भक्ति और आस्था से जुड़ी खुशियाँ समाज को जोड़ने का सबसे मजबूत माध्यम हैं। अनपरा का यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि स्थानीय समुदाय के बीच सहयोग और एकता की मिसाल भी पेश की।

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