धर्म और संस्कार हमारे जीवन की नींव : मुलायम सिंह यादव

धर्म और संस्कार हमारे जीवन की नींव : मुलायम सिंह यादव

कानपुर देहात। मनुष्य के जीवन में कितनी भी विकट परिस्थितियां क्यों न आ जाएं परंतु मनुष्य को अपना धर्म संस्कार नहीं छोड़ना चाहिए । उक्त विचार मुलायम सिंह यादव एडवोकेट अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन कानपुर देहात ने ग्राम सिसाही रसूलाबाद में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन पहुंचकर सरस कथा वाचक गोल्डी शास्त्री का सम्मान करने के पश्चात व्यक्त किये । उन्होंने कहा कि शिक्षा और संस्कार एक दूसरे के पूरक हैं शिक्षा स्कूल से मिलती है जबकि संस्कार घर व धार्मिक आयोजनों से मिलते है भागवत कथा सुनने का लाभ तभी है जब हम उसे अपने जीवन में उतारें और उसी के अनुरूप व्यवहार करें ।
 
 उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कार हमारे जीवन की नींव होते है और हमे जीवन के हर मोड़ पर सही रास्ता दिखाते हैं ।जब हम धर्म और संस्कार को अपने जीवन मे बनाये रखते है तो हमे जीवन की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलती है और हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित रहते है। इस मौके पर श्रीमद् भागवत कथा के आयोजकों ने मुलायम सिंह का सम्मान किया तथा शास्त्री जी ने आशीर्वाद दिया आरती के समय पंडाल में उपस्थित श्रोता बन्धु झूम उठे ।
 
इस मौके पर श्रीमद् भागवत कथा के परीक्षित विनोद कुमार, जगदीश यादव, अरविंद सिंह, सुनील कुमार, वीरेंद्र सिंह, डॉ. सरयू नारायण, अनवर हुसैन सिद्दीकी, राजीव वर्मा, आनंद सिंह, ओम नारायण, सत्य प्रकाश, बबलू यादव, राजेंद्र सिंह, रामचंद्र, रामसजीवन, सत्यराम यादव, रामसेवक,  सत्यम सिंह,  आशीष यादव, रमेश चंद बाथम, सलमान, बाबू कठेरिया, राम मोहन दिवाकर, अखिलेश दिवाकर सहित अन्य श्रोता बन्धु उपस्थित रहे ।

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