बिहार : बेतिया राज बिहार सहित यूपी की जमीनें अधिग्रहण करेगी सरकार 

यूपी और बिहार में कहा कितनी है बेतिया राज की जमीन, जाने अनुमानित कीमत 

बिहार : बेतिया राज बिहार सहित यूपी की जमीनें अधिग्रहण करेगी सरकार 

बगहा पश्चिमी चंपारण से जी कुमार की रिपोर्ट।

पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया राज अस्तित्व मे आने की बात करें तो जो आंकड़े उपलब्ध है उसके अनुसार 1628-58 से मुगल शासक बादशाह शाहजहाँ से उज्जैन सिंह और उनके बेटे गज सिंह को राजा की उपाधि मिली थी। बेतिया राज का उल्लेख एक महान संपत्तिशाली के रूप में किया गया है। बेतिया राज की 15358 एकड़ की जमीन अब बिहार सरकार की हो गई है। जो की बिहार और यूपी के अलग अलग 14 जिलों में फैली हुई है। जिसकी कीमत  8000 करोड़ आंकी गई है।

कैसे बिहार सरकार की हुई बेतिया राज की जमीन

बेतिया राजा का कोई उत्तराधिकारी नहीं हुआ जिसके चलते अब बेतिया राज परिवार की जमीन अब पूरी तरह से बिहार सरकार के अधीन आ गई है। हाल ही में बिहार विधानमंडल में एक प्रस्ताव द वेस्टिंग ऑफ बेतिया राज प्रॉपर्टी 2024 पास किया गया। इसके पास होने साथ ही बिहार और उत्तर प्रदेश में फैली बेतिया राज की 15358 एकड़ जमीन अब पूरी तरह से बिहार सरकार के अधिकार क्षेत्र में आ गई है।

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14 जिलों में फैली है बेतिया राज की जमीन

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बिहार और उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में बेतिया राज की जमीन है। जो आंकड़े उपलब्ध है उनके अनुसार बिहार में 15215 एकड़ और उत्तर प्रदेश में 143 एकड़ जमीन बताई जा रही है। बिहार सरकार द्वारा इन जमीनों का मूल्यांकन कराया गया है जिसके अनुसार कुल कीमत 7957 करोड़ रुपये आंकी गई है। जिसमें बिहार मे जो जमीन है उसका 7107 करोड़ रुपये और 851 करोड़ रुपये की जमीन उत्तर प्रदेश में स्थित है। बेतिया राज की जमीन का सही जानकारी और मूल्यांकन के लिए बिहार सरकार ने हाल हीं मे चार्टर्ड अकाउंटेंट से इसका आकलन कराया है।

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नोट – बैक ग्राउंड पर हाईलाइट कीजियेगा 

बिहार में कहां-कहां है बेतिया राज की जमीन

जिलावार कुल जमीन कीमत पश्चिम चंपारण 9758 एकड़ 4238.90 करोड़ पूर्वी चंपारण 5320 एकड़ 2566.04 करोड़ सीवान 07 एकड़ 0.76 करोड़, गोपालगंज 35 एकड़ 4.59 करोड़ छपरा 88 एकड़ 239.61 करोड़ पटना 04 एकड़ 56.89 करोड़।

नोट – बैक ग्राउंड पर हाईलाइट कीजियेगा 

उत्तर प्रदेश में बेतिया राज की जमीन

जिलावार कुल जमीन कीमत इलाहाबाद 4 एकड़ 117.56 करोड़, बस्ती 6 एकड़ 14.29 करोड़ अयोध्या 1 एकड़ 4.29 करोड़ गोरखपुर 50 एकड़ 353.85 करोड़ कुशीनगर 61 एकड़ 49.33 करोड़ महाराजगंज 7 एकड़ 13.13 करोड़ मिर्जापुर 01 एकड़ 244.36 करोड़ वाराणसी 10 एकड़ 53.78 करोड़।

बड़े पैमाने पर अतिक्रमण सरकार के लिए चुनौती

सरकारी आंकड़ों के अनुसार बेतिया राज की 6505 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है। जिसमे बहुत सारे लोगो के पास अपने अपने दावे भी है। इन सब के बिच सरकार इस अतिक्रमण को हटाने और जमीन का सरकारी उपयोग सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू करने की योजना बना रही है। इसके लिए बेतिया का जिला मुख्यालय पश्चिमी चम्पारण जिला प्रशासन की गतिविधि तेज हो गईं है।

समझौता के बाद भी नही बनी बात, रास्ता के लिए मोहल्लेवासी परेशान 

कुशीनगर। जिले के थाना कसया नगर क्षेत्र के वार्ड नंबर 22 महंथ अवैद्यनाथ नगर (डुमरी ) में एक पक्ष के द्वारा मुद्दतों से चली आ रही रास्ता पर जबरन झोपडी डालकर रास्ता बंद कर दिया गया है। मोहल्लेवासियों द्वारा महीनों से रास्ता खुलवाने को लेकर प्रशासन का चक्कर काट रहे हैं, और जिला प्रशासन से न्याय नहीं मिलते देख शासन को आईजीआरएस भी किए महीना बीत रहा है और रास्ता विवाद जस की तस बनी हुई है।

मोहल्ले के रामलाल गुप्ता, प्रभु गुप्ता, पिंटू गुप्ता, श्रीराम, राजू गुप्ता, महेश गुप्ता, जयप्रकाश आदि ने बीते माह एसडीएम कसया को दिए प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि इसहाक के मकान से होते हुए सुदीन के घर तक नवीन परती की जमीन जिसमे चकबंदी से रास्ता चला आ रहा है। उसी रास्ते में दबंग सुदीन पुत्र अलीहसन द्वारा बल पूर्वक झोपडी डालकर रास्ता बंद कर दिया गया है। जिससे मोहल्लेवासियों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

रामलाल गुप्ता ने बताया कि तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देने के बाद तहसीलदार द्वारा दोनों पक्षों को आपसी समझौता के तहत रास्ते से झोपडी हटाने के लिए बनी सहमति पर सुदीन मान गया और दो महीने का समय भी लिया, जो समय बीतने के बाद भी झोपडी नहीं हटाया उल्टे दबंग सुदीन द्वारा मोहल्लेवासियों को धनबल का बल दिखाकर डरा धमकाया जा रहा है, जिससे पीड़ित पक्ष हताश और निराश हैं। जिला प्रशासन को चाहिए कि समय रहते रास्ता विवाद का निपटारा करवा देना चाहिए। वर्ना विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से कोई अप्रिय घटनाएं होगी तो उस खामियाजे का जिम्मेदार भी होना पड़ेगा।

 

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