खजनी के नवल्स नेशनल एकेडमी में राज्यपाल हिमांचल प्रदेश ने किया युगल मूर्ति का लोकार्पण
उनवल में आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी और नवलपति त्रिपाठी की प्रतिमाओं का अनावरण
ब्यूरो शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी
आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी अपने सेवाकाल के दौरान गोरखपुर विश्वविद्यालय में अनुशासन प्रियता, सदाचार, सादगी और विद्वता के लिए जाने जाते थे। उनकी तथा उनके धर्म भार्या की जिवंत प्रतिमाओं के अनावरण का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ यह मेरे लिए गौरव की बात है।
उक्त विचार हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उनवल में स्थित नवल्स नेशनल एकेडमी परिसर में नव प्रतिस्थापित शिक्षाविद् शब्दपुरुष आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी और गुरूमाता नवलपति त्रिपाठी की प्रतिमाओं के अनावरण के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने कोठां गांव से जुड़े अपने बचपन के संस्मरणों को याद करते हुए कहा कि महान विभूतियों की छत्रछाया हमें जीवन में अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करती है और हमारा मार्गदर्शन करती हैं।
Read More IAS Success Story: 40 लाख रुपये का छोड़ा पैकेज, आदित्य श्रीवास्तव पहले IPS फिर बने IAS अफसर
अध्यक्षता कर रहे पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अपने गुरू रहे आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी से जुड़े प्रसंगों को याद करते हुए कहा कि उनका शिष्य रह कर उनका सान्निध्य पाना मेरे जीवन का स्वर्णिम अवसर रहा है। महाभारत में यक्ष के प्रश्नों का उत्तर देते हुए युधिष्ठिर ने बताया था कि पृथ्वी से भारी माता और आसमान से भी बड़ा पिता होता है। उन्होंने इजराइल की एक प्रसिद्ध कहावत का उल्लेख करते हुए कहा कि ईश्वर हर जगह मौजूद नहीं रह सकता इसीलिए माता-पिता को बनाया है।
प्रोफेसर कृष्णचंद लाल ने आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी के लिखे एक हाइकू कविता सुनाते हुए बताया कि उन्होंने लिखा है कि "बढ़ी हुई टहनियों को काट देते हो इसे सजा कहूं या सजावट" उन्होंने आचार्य से जुड़े प्रेरक प्रसंगों और उनकी अनुशासन प्रियता का वर्णन किया। प्रोफेसर अन्नत मिश्र ने अपने उद्बोधन में वर्तमान पीढ़ी के द्वारा माता पिता की उपेक्षा करने का उल्लेख करते हुए डाॅक्टर संजयन त्रिपाठी द्वारा शिक्षा के मंदिर में अपने पिता एवं माता की प्रतिमाओं की स्थापना करने को युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय एवं मार्गदर्शक बताया।
कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ला, चिल्लुपार के विधायक राजेश त्रिपाठी मेंहदावल के विधायक अनिल तिवारी शिक्षक एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी, पूर्व विधायक टीपी शुक्ला आदि वक्ताओं ने भी संबोधित किया।
नवल्स नेशनल एकेडमी ग्रुप ऑफ काॅलेजेस एवं राष्ट्रीय पूर्वांचल हिन्दी मंच के तत्वावधान में आयोजित उक्त कार्यक्रम का संचालन संस्थान के चेयरमैन संजयन त्रिपाठी ने किया।इससे पूर्व मुख्य अतिथि राज्यपाल तथा अध्यक्ष पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने प्रतिमाओं का अनावरण किया। तथा सभी आगंतुक अतिथियों को सम्मानित किया गया।

क्षेत्र के प्रतिभाओं स्मृति भेंट कर अंगवस्त्र से सम्मान
इस अवसर पर दर्जनों स्थानीय प्रतिभाओं को भी स्मृति चिन्ह भेंट देकर सम्मानित किया गया। आयोजन में उनवल के चेयरमैन महेश दूबे एडवोकेट, बड़हलगंज के चेयरमैन महेश उमर,एमएलसी सीपी चंद, प्रोफेसररामदरश राय, आकाश बांडी के लोकगीत कलाकर सुप्रिया रावत ,बृजकिशोर राम त्रिपाठी उर्फ गुलाब त्रिपाठी गुंजन तिवारी, चंद्रभाल तिवारी, मणिंद्रमाधव त्रिपाठी, विकास सिंह, बृजकिशोर त्रिपाठी, रामपाल सिंह, संतोष तिवारी, देवेन्द्र यादव, तरंग यादव, देवानंद पासवान,प्रदीप सिंह, सुनील तिवारी, राकेश तिवारी,लालमन तिवारी सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Comment List