रायबरेली रजबहा में पिछले 1 साल से पानी न आने से दर्जनों गांवों के किसान परेशान
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महराजगंज/रायबरेली: इस समय धान के पौध को सिंचाई की और लगवही के लिए पानी सख्त जरूरत है, लेकिन सलेथू और आसपास के गांवों से गुजरने वाली रायबरेली रजबहा में पानी ही नहीं है। इसके चलते अब किसानों के माथे पर बल पड़ने लगा है। खेतों में तैयार धान की बेढ़न को सिंचाई के लिए और धान के पौध की लगवही के लिए पानी की जरूरत है, तो पानी गायब है। अब किसानों के पास एक ही विकल्प बचा है कि, वे डीजल पंप सेट से सिंचाई करें, जो कि काफी महंगा साबित हो रहा है।
आपको बता दे कि, इंदौर गांव के रहने वाले किसान राजकिशोर पुत्र विपति ने उप जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देकर रायबरेली रजबहा में पानी छोड़े जाने की गुहार लगाई है। किसान राजकिशोर ने कहा कि, सरकार किसनों की आय दोगुनी करने की बात करती है, लेकिन नहर से पानी गायब है। इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। जबकि प्राथमिकता यही है कि, सिंचाई के लिए नहरों में पूरी तरह से पानी छोड़ा जाए, ताकि किसान आसानी से धान की बेढ़न तैयार करके लगवही का कार्य संपन्न करें, तथा अन्य फसलों की सिंचाई कर सकें।
किसान राजकिशोर का आरोप है कि, रायबरेली रजबहा में पिछले 1 साल से पानी नहीं आ रहा है, जिससे आसपास के दर्जनों गांवों असनी, सलेथू, बरहुआं, पूरे बादल खां, इंदौरा, बेनीपुर, भदिहा, अहमदगंज, महुआ खेड़ा आदि के किसान नहर से फसलों की सिंचाई करने से वंचित है। इस समय धान के पौध की सिंचाई और लगबही के लिए पानी की जरूरत है। ऐसे में अगर पानी नहीं आया तो किसान चौपट होे जाएगा।
इस संबंध में क्षेत्रीय किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत की, किंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। किसान राज किशोर ने रायबरेली राजभः में 30 जून तक पानी न छोड़े जाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
हलोर अल्पिका में सिल्ट जमा होने के कारण नहीं पहुंच रहा हेड से टेल तक पानी, धान किसानों की बिगड़ रही किसानी: इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। धान की बेढ़न सूख रही है। किसानों को पानी की सख्त जरूरत है। क्षेत्र के किसानों राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, चंद्रप्रकाश त्रिपाठी, शिव शंकर सिंह, शिवरामन प्रताप सिंह, इंद्रपाल यादव, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि, माइनर की सिल्ट निकालने के लिए जेसीबी तो आई किंतु एक-दो घंटे चलने के बाद फिर वापस चली गई। किसानों ने यह भी बताया कि, जेसीबी द्वारा माइनर से जो सिल्ट निकली जाती है उसे पटरी पर ही डाल दिया जाता है जो पुनः माइनर के अंदर गिर कर जमा हो जाती है।
ऐसी दशा में हलोर अल्पिका में हेड से टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इस कारण किसानों को धान की बेढ़न की सिंचाई के लिए और लगवही ही के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मामले में एसडीएम राजित राम गुप्ता ने बताया कि, किसान राज किशोर द्वारा रायबरेली रजबहा में पानी न होने की बात संज्ञान में आई है। अधिशासी अभियंता सिंचाई को पत्र भेजा गया है। जल्द ही माइनर में पानी छोड़ा जाएगा।
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