गोंडा पहुंचे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उठाया गंभीर सवाल कहा पीड़ित परिवार को दबाया जा रहा जिसे न्याय मिलना संभव नहीं

दुर्घटना करने वाले वाहन पर पुलिस स्कोर्ट लिखा होना भी गैर कानूनी: अमिताभ ठाकुर

गोंडा पहुंचे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उठाया गंभीर सवाल कहा पीड़ित परिवार को दबाया जा रहा जिसे न्याय मिलना संभव नहीं

कार के इंश्योरेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें भी साजिश की बू आ रही है। पहले कार का इंश्योरेंस वर्ष 2022 में खत्म दिखा रहा था जबकि हादसे के कुछ देर बाद वह 2025 तक‌ वैध हो गया। यह भी साजिश

अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एफआईआर में करण भूषण के काफिले का जिक्र नहीं किया गया है जबकि इसका जिक्र होना चाहिए था‌।
 
ठाकुर दंपति ने कहा कि पकड़े गए आरोपी को लेकर भी आशंका जताई जा रही है। उन्होने कहा कि बिना फारेंसिक जांच किये ही कार को दुर्घटना स्थल से हटा देना गंभीर साजिश की ओर इशारा कर रही है। 
 
स्वतंत्र प्रभात बृजभूषण तिवारी 

ब्यूरो गोण्डा।भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के काफिले की कार से हुए हादसे के बाद बृहस्पतिवार को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने निंदूरा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। गोंडा टाउन हॉल गांधी पार्क पहुंचकर पत्रकारों से की वार्ता अमिताभ व नूतन ने पुलिस एफआईआर पर सवाल उठाया और कहा कि पुलिस प्रशासन आरोपियों को बचाने में जुटा दिखाई दे रहा है। पीड़ित परिवार को दबाया जा रहा है। जिससे न्याय मिलना संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि मामले में दर्ज की गई एफआईआर मृतक की मां से लिखवाई गई। जिसमें मात्र उनका अंगूठा लगवाया गया। एफआईआर पुलिस ने अपने हिसाब से दर्ज किया है। जिससे कई महत्वपूर्ण तथ्य छूट गए जो एफआईआर मे आने चाहिए थे। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एफआईआर में करण भूषण के काफिले का जिक्र नहीं किया गया है जबकि इसका जिक्र होना चाहिए था‌। यह सरासर मामले को दबाने का प्रयास है‌। वह जिस तरह से काफिला लेकर चल रहे थे क्या इसकी अनुमति ली गयी थी। आचार संहिता के दौरान इस प्रकार का काफिला लेकर चलना भी गैर कानूनी था। पूर्व आईपीएस अमिताभ ने कहा कि दुर्घटना करने वाले वाहन पर पुलिस स्कोर्ट लिखा होना भी गैर कानूनी है। यह सीधे तौर पर कूटरचना करने का मामला है‌। जिस तरह आईपीसी की धारा 304ए में एफआईआर लिखी गयी वह मामले को अल्पीकरण करने की कोशिश है‌।

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यह सीधे तौर पर गैर इरादतन हत्या का मामला है और एफआईआर आईपीसी की धारा 304 में होनी चाहिए थी। उन्होने कार के इंश्योरेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें भी साजिश की बू आ रही है। पहले कार का इंश्योरेंस वर्ष 2022 में खत्म दिखा रहा था जबकि हादसे के कुछ देर बाद वह 2025 तक‌ वैध हो गया। यह भी साजिश है‌। ठाकुर दंपति ने कहा कि पकड़े गए आरोपी को लेकर भी आशंका जताई जा रही है। उन्होने कहा कि बिना फारेंसिक जांच किये ही कार को दुर्घटना स्थल से हटा देना गंभीर साजिश की ओर इशारा कर रही है। अमिताभ ने पीड़ित परिवार को दिलासा देते हुए कहा कि कानूनी लड़ाई में परिवार के साथ हैं।

इन सभी सवालों को लेकर मृतक शहजाद के पिता आजाद खां की तरफ से एक शिकायती पत्र भी भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया है और मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है। निंदूरा से लौटकर अमिताभ व नूतन ने डीएम नेहा शर्मा से भी मुलाकात की और उन्हे घटना के तथ्यों से अवगत कराया। वहीं अमिताभ ठाकुर द्वारा बताया गया कि हम पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर जा रहे थे जो की हाईवे पर बड़े-बड़े होल्डिंग  भी भाजपा प्रत्याशी के लगे हुए हैं जबकि चुनाव का माहौल चल रहा है चुनाव आचार संहिता भी लागू है फिर भी चुनाव के दरमियान इतने बड़े-बड़े होल्डिंग पोस्टर लगा होना भी चुनाव आयोग को चुनौती है कि जब चुनाव के दरमियान हर जगह होल्डिंग पोस्टर हटा दिए जाते हैं तो क्या गोंडा में होल्डिंग  पर कोई कानून नहीं है इसकी भी शिकायत की जाएगी ।

हादसे पर भाजपा सांसद प्रत्याशी कारण भूषण सिंह ने दी सफाई 

भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। करण भूषण ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि जो कुछ हुआ वह मात्र संयोग था। वह पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं और उन्हे हर संभव मदद मुहैया करायी जायेगी करण भूषण ने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि जिस वक्त हादसा हुआ उस समय वह दुर्घटना स्थल से चार-पांच किलोमीटर दूर आगे निकल गए थे।

जब जानकारी हुई तो तत्काल अपनी गाड़ी से नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह को मौके पर भेजा। उनके लोगों ने अपनी गाड़ी से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उनके साथ पोस्टमार्टम हाउस तक गए और मृतकों के अंतिम संस्कार में भी शामिल रहे। खुद के घटनास्थल पर न जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि वह एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। जिस वक्त हादसा हुआ वह कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए थे लेकिन वह लगातार पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं। 

करण भूषण ने कहा कि जो हुआ उसे वापस नहीं लौटाया नहीं जा सकता लेकिन पीड़ित परिवार की जो भी सहायता संभव होगी वह करेंगे। उन्होने इस घटना को तूल दे रहे लोगों से अपील की कि इस दुखद हादसे पर अनावश्यक राजनीति न की जाए। काफिला लेकर चलने के सवाल पर करण भूषण ने कहा कि कुल तीन गाड़ियां उनके साथ थी, कोई काफिला नहीं था।

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