पाकिस्तान में हुए आत्मघाती हमले 5 चीनी नागरिकों की हुई मौत

पाकिस्तान में हुए आत्मघाती हमले 5 चीनी नागरिकों की हुई मौत

स्वतंत्र प्रभात 

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुए एक आत्मघाती हमले में 5 चीनी इंजीनियरों और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हुई है। पाकिस्तान के मीडिया हाउस जियो न्यूज के मुताबिक हमला मंगलवार को उस वक्त हुआ जब चीन के इंजीनियरों की गाड़ी बेशम शहर से गुजर रही थी। इसी दौरान विस्फोटकों से भरे आतंकियों के वाहन ने इंजीनियरों की गाड़ी में टक्कर मार दी।

डेरा इस्माइल खान में भी 4 आतंकी ढेर
जियो न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान की सिक्योरिटी फोर्सेस ने 25 मार्च को डेरा इस्माइल खान में भी स्पेशल ऑपरेशन चलाया। इसमें 4 आतंकियों को मार गिराया गया। पाक फौज के मुताबिक ये आतंकी मुल्क में हुए कई हमलों के लिए जिम्मेदार थे। इनके हमलों में कई सुरक्षा कर्मी और आम नागरिक मारे गए थे

पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नेवल बेस में घुसे आतंकी
इससे पहले आतंकी देर रात बलूचिस्तान में पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नेवल बेस में घुस गए थे। इसमें एक सैनिक की मौत हो गई। सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नौसेना के अड्डे से आतंकियों को निकालने के लिए 8 घंटों तक ऑपरेशन चला। इस दौरान बेस वॉर जोन में बदल गया।

सोशल मीडिया पर कई वायरल वीडियो में नेवल बेस पर सेना के हेलिकॉप्टर उड़ते दिखाई दे रहे थे। मरे हुए आतंकियों के पास से बड़ी तादाद में विस्फोटक और हथियार मिले हैं। हमले की जिम्मेदारी बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है।

BLA ने दावा किया है कि चीन के निवेश के खिलाफ उसके लड़ाके बलूचिस्तान के तुरबत शहर में स्थित नेवल बेस में घुसे। यहां चीन के ड्रोन तैनात थे। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने ऑपरेशन के दौरान एक सैनिक की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने देश का बड़ा नुकसान होने से बचाया है।

BLA का 7 दिन में दूसरा हमला
बलोच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड का नेवल बेस पर अटैक इस हफ्ते किया गया दूसरा हमला है। इससे पहले इस संगठन ने 20 मार्च को ग्वादर में मिलिट्री इंटेलिजेंस के हेडक्वार्टर पर हमला किया था। इसमें 2 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे, जबकि सिक्योरिटी फोर्सेस ने 8 आतंकियों को ढेर किया था।

BLA के ग्वादर में हमले का भी चीन से कनेक्शन है। दरअसल, चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत ग्वादर पोर्ट का ज्यादातर मैनेजमेंट चीनी कंपनियों के पास है। 

चीनी नागरिकों के लिए अलग प्रोटेक्शन यूनिट
2014 में पाकिस्तान सरकार ने चीन के नागरिकों की सिक्योरिटी के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट बनाई थी। इसमें 4 हजार से ज्यादा सिक्योरिटी ऑफिशियल्स शामिल हैं। ज्यादातर सिक्योरिटी अफसर फौज से ताल्लुक रखते हैं। ये यूनिट 7567 चीनी नागरिकों को स्पेशल सिक्योरिटी मुहैया कराती है। इनमें ज्यादातर वो अफसर और वर्कर हैं जो CPEC से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।

BLA के टारगेट पर चीन ही क्यों?
जापान के अखबार ‘निक्केई एशिया’ ने पाकिस्तान में मौजूद चीनी नागरिकों और उनके कारोबार पर खतरे को लेकर एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन किया था। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के तमाम आतंकी संगठन चीनी नागरिकों और उनके कारोबार या कंपनियों को ही निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बीते 5 साल में यहां उनकी ताकत और रसूख बहुत तेजी से बढ़ा है।

कई जगहों पर तो वो स्थानीय लोगों से भी ज्यादा ताकतवर हैं। आतंकी संगठनों को लगता है कि चीनी नागरिकों की वजह से उनकी कम्युनिटी या इलाकों को नुकसान हो रहा है और वो उनके कारोबार छीन रहे हैं। शुरुआती तौर पर कराची और लाहौर जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों के कारोबार और ऑफिसों पर हमले हुए इसके बाद उनकी कंपनियों को टारगेट किया गया।

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