
कोर्ट के आदेश भी नहीं मानती मोतीगंज पुलिस, निर्देश के बाद भी नहीं दर्ज हुए कई केस...
अदालत की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि पुलिस कभी एफआईआर दर्ज करने से मना नहीं कर सकती है, इसके बावजूद भी कई केस हैं जिनको पुलिस ने दर्ज ही नहीं किया है.
स्वतंत्र प्रभात
गोंडा :
बाबा के राज में मोतीगंज पुलिस बेलगाम हो चुकी है. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि उसकी कारगुजारी खुद कह रही है. मोतीगंज पुलिस अब कोर्ट के आदेश का भी पालन नहीं कर रही है. दरअसल, अदालत की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि पुलिस कभी एफआईआर दर्ज करने से मना नहीं कर सकती है, इसके बावजूद भी मोतीगंज नें कोर्ट के आदेश के बाद मोती गंज पुलिस ने दर्ज ही नहीं किया है।
ताजा मामला मोतीगंज थाना क्षेत्र का है जहां पर एक व्यक्ति कोर्ट के आदेश को लेकर थाने का चक्कर लगा रहा है और थाना प्रभारी कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। 156(3) दं.गा.सं. आवेदक द्वारा सारतः इस कथन के साथ प्रस्तुत किया गया है कि-प्रार्थी एक गरीब कमजोर व्यक्ति है प्रार्थी के भाई सुभाष वर्मा का नाजायज संबंध ग्राम के ही रूपा यादव पत्नी सुखदेव से था, जिसके चलते सुखदेव यादव व दिलीप यादव रूपया यादव प्रार्थी के भाई सुभाष नको नौकरी दिलाने की लालच देकर प्रार्थी व प्रार्थी के परिवार के अन्य सदस्यों पर दबाव बनाकर लुधियाना शहर अप्रैल माह में लेकर चले गये और मोहाला चेत सिंह नगर गली नं. 4 रूम नं. 3318 थाना डिवीजन 6 इंडस्ट्रीयल एरिया लुधियाना पंजाब में रहने लगे और प्रार्थी के भाई की नौकरी नहीं लगवाये।
प्राथी का भाई सुभाष वर्मा गांव के ही रहने वाले संचित वर्मा पुत्र परागदत्त के यहाँ नौकरी कर ली और सुखदेव के ही साथ रहने लगा। सुख देव व दिलीप एवं रूपा ने योजनाबद्ध तरीके से प्रार्थी के भाई सुभाष वर्मा की हत्या कर दी और मृत्यु की सूचना प्रार्थी के घर न देकर संचित दर्मा को दिया, जिन्होंने पुलिस के माध्यम से लाश का पंचायतनामा कराया और फिर 11 जून 2023 को लाश का पोस्टमार्टम कराकर लाश को प्रार्थी के घर भेज दिया और प्रार्थी व परिवार वालों ने लाश का दाह संस्कार व क्रिया कर्म किया और निजात पाने के बाद प्रार्थी लुधियाना गया और पता किया
तो हत्या की बात सामने आयी प्रार्थी अपनी जान बचाकर वापस अपने घर लौट आया और सारे तथ्य से अपने घर बालों को अवगत कराया, दूसरे दिन 2 जुलाई.2023 को सुखदेव, दिलीप व श्रीमती रूपा गांव (आये और शाम करीब 7 बजे प्रार्थी के घर पर जाकर कहे कि आपके भाई ने शराब अधिक पी थी, जिससे उनकी मृत्यु हो गईं है। हम लोगों को पार्जी फंसाओगे तो तुम भी जान से जाओगे। वही प्रार्थी ने न्यायालय के समक्ष पेश होकर विपक्षीगण के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराकर सम्बन्धित थाने से मामले की विवेचना कराये जाने की मांग की है।
लेकिन लगभग 15 दिन भी जाने के बाद भी मोतीगंज पुलिस ने अभी तक न्यायालय के आदेश पर कोई भी मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है। वहीं सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है मुकदमा दर्ज न होने से पहले ही फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी भी कर ली गई है।
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