दिमाग की नस फटने के बाद किया युवक का सफल आपरेशन

वही महिला को अधिक रक्त स्राव के बाद आपरेशन करके किया गया सुरक्षित

दिमाग की नस फटने के बाद किया युवक का सफल आपरेशन

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो उन्नाव

उन्नाव शहर के इन्दिरा नगर में मेडिसिटी हास्पिटल में डाक्टरो की टीम ने एक बी पी के मरीज के दिमाग की नस फटने के बाद परिजनो की सहमति के बाद तुरत ब्रेन का सफल आपरेशन करके उसके जीवन को बचाया। 

जनपद के बिहार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दाऊद नगर निवासी लक्ष्मण प्रसाद 45 वर्ष को बी पी की दिक्कत थी लेकिन उनके द्वारा समय से दवाई ना लेने के कारण 7 जुलाई को उन्हे अचानक दिक्कत बढ़ने के बाद परिजनो द्वारा सहर के मेडिसिटी हास्पिटल में लाकर भर्ती किया

गया जहा उनकी जांचो में दिमाग की नस फटने की वजह से मरीज के आधे अंग कार्य नही कर रहे थे और वह बेहोश हो गया था।

एसआईआर फ़ार्म भरने के लिए 980 किमी का सफर किया Read More एसआईआर फ़ार्म भरने के लिए 980 किमी का सफर किया

उसके बाद परिवार की सहमति के बाद देर रात में ही 8 जुलाई की रात में न्यूरो सर्जन डाक्टर एस जी वर्मा, डाक्टर सुरेंद्र पटेल, डाक्टर अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा दो से तीन घंटे का दिमाग के हिस्से का 15 से 20 सेंटी मीटर भाग का सफल आपरेशन किया गया

एसआईआर फ़ार्म भरने के लिए 980 किमी का सफर किया, Read More एसआईआर फ़ार्म भरने के लिए 980 किमी का सफर किया,

और जो दिमाग की नस फट गई थी उसे ठीक किया गया जिसके बाद मरीज को 4 दिन बाद होश आया। उसके बाद पहले से काफी सुधार हुआ और उसे पहले से अधिक आराम है। और उसे जल्दी ही घर भेज दिया जाएंगा। डाक्टर सुरेन्द्र पटेल ने बताया

उमेश गोस्वामी ने खोली डा० बृजेश शुक्ला व सीएमओ के भ्रष्टाचार की पोल  Read More उमेश गोस्वामी ने खोली डा० बृजेश शुक्ला व सीएमओ के भ्रष्टाचार की पोल 

कि अक्सर समय से बी पी या अन्य की मेडिसिन न लेने से दिक्कत बढ़ती है और उसके बाद मरीज को बेहोश होने के बाद अन्य कई दिक्कत हो जाती है उन्होंने बताया कि यदि किसी को कोई दिक्कत है तो उसे टाइम से अपनी दवाई लेनी चाहिए।

वही जनपद के गांव मऊ सुल्तान पुर निवासी गुड्डी उम्र 40 वर्ष को अधिक रक्त स्राव होने के बाद भर्ती किया गया था जिसके बाद उसकी बच्चे दानी को बाहर निकाला गया था जिसके 15 दिन बाद उसकी आंतो रूकावट हो गई थी जिसके बाद उसकी आंतो में इन्फेक्शन हो गया था

जिसके बाद आपरेशन करके इन्फेक्शन को हटा कर लैट्रिन का रास्ता पेट से बनाया गया और आपरेशन करके मरीज को दवाई देकर आज सकुशल घर भेजा गया है।दोनो ही मरीजों के परिवार वालों ने अस्पताल के प्रति आभार व्यक्त किया। अस्पताल के एम डी अजीत सिंह पटेल ने बताया कि जिले के लिए यह बड़ी उपलब्धि हुई

11_ की ब्रेन हेमरेज के मरीज को डाक्टरो की टीम द्वारा सफल आपरेशन करके बचाया जा सका और आज मरीज पहले से बेहतर है और अपने होशो हवास में है। डाक्टर जय स्टाफ नर्स राधिका सिंह, अभिजीत, सुधांशु, नीलम, का सराहनीय योगदान रहा।

About The Author

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel