स्वतंत्र प्रभात
यह हाल तब है जब मध्य अवधि में कमिश्नर ने समीक्षा कर निर्धारित तिथि से पहले गेहूं खरीदारी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निर्देश दिए थे। गेहूं खरीद को लेकर 8 से अधिक समीक्षा बैठक हुई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।
गौरतलब हो कि इस बार सरकारी खरीद 2150 रूपए में है, जब की आरती किसान के घर पहुंच कर 2200 से 2050 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं खरीद रहे हैं। इसमें उन्हें ढुलाई की राशि भी नहीं खर्च करनी पड़ती है। अधिक राशि मिलने व किसी प्रकार की परेशानी से बचने के लिए किसान आढ़तियों के हाथों बिक्री कर रहे हैं। गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी सुबह से लेकर शाम तक केंद्र पर किसानों की आने की राह देखते रहते हैं, लेकिन एक भी किसान क्रय केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि इस बार गेहूं की पैदावार भी कम हुई है, जिससे किसान क्रय केंद्रों पर नहीं आ रहे हैं। फिलहाल शासन के निर्देशानुसार गेहूं की खरीदारी 15 जून तक क्रय केंद्रों पर की जाएगी।