किसान मोर्चा एवं एक्टू ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन द्वारा राष्ट्रपति को संबोधित दिया गया डीएम को ज्ञापन

किसान मोर्चा एवं एक्टू ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन द्वारा राष्ट्रपति को संबोधित दिया गया डीएम को ज्ञापन

आगे ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन एक्टू के प्रांतीय उपाध्यक्ष कामरेड राम सिंह चौधरी ने कहा कि जहां एक तरफ संसद भवन में राष्ट्रपति

 

अरविन्द पिरौना
जिला क्राइम रिपोर्टर जालौन

उरई (जालौन)

भारतीय महिला पहलवानों को जंतर-मंतर पर विरोध जारी रखने की अनुमति देने के लिए और सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए दिशा-निर्देश जारी करने हेतु ज्ञापन अनुमंडलाधिकारी/जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच कर भाकपा माले एक्टू अखिल भारतीय किसान महासभा के नेताओं द्वारा आज लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वाली केंद्र सरकार के खिलाफ भाकपा माले  जिला सचिव कामरेड राजीव कुशवाहा ने कहा कि केंद्र की सरकार की हठधर्मिता के चलते जंतर मंतर पर बैठे हुए पहलवानों के साथ अमृत काल महोत्सव में संसद भवन के उद्घाटन के दौरान पुलिसिया हमला लोकतंत्र पर काला धब्बा है

आगे ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन एक्टू के प्रांतीय उपाध्यक्ष कामरेड राम सिंह चौधरी ने कहा कि जहां एक तरफ संसद भवन में राष्ट्रपति महोदय द्रोपति मुर्मू के साथ आज भारत में दोयम दर्जे का अपमानजनक कृत किया गया है दूसरी तरफ तिरंगा लिए हुए महिला पहलवानों के साथ पुलिसिया बर्बरता मोदी के सारे पर उस समय की जा रही है जिस समय सांसद बृजभूषण सिंह के ऊपर बलात्कार पास्को के तहत एफ आई आर दर्ज हुई थी लेकिन ऐसे अपराधी को संसद भवन में बैठा कर मोदी ने एक देश एक राष्ट्र और एक नेता एक राजा का जो संदेश दिया है आज मुसोलिनी हिटलर के बाद जो फासीवाद था उससे अलग

यह फासीवाद ब्राह्मणवाद की परिकल्पना कह रहा है इसलिए आज इस देश के अंदर दूसरी आजादी की जंग जहां किसान नहीं अभी लड़ाई शुरू की थी जिस पर मोदी शाही को चकनाचूर किया गया आज महिला पहलवानों ने दिखा दिया है किस देश में दूसरी आजादी के जंग का मतलब है महिलाओं की बेखौफ आजादी बराबरी और महिला हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ नई आजादी की यह जो जंग है इस जंग में आज पूरे भारत में तमाम जनवादी लोकतांत्रिक और वामपंथी ताकतों के अलावा अंबेडकरवादी सामाजिक संगठनों ने जिस तरीके से मोदी सरकार से मोर्चा लिया है अगले आने वाले दिनों में सुनिश्चित है कि मोदी की यह सरकार के खिलाफ 2024 में इनको सबक सिखाने का वक्त आ गया है

आज के प्रदर्शन ज्ञापन में भाकपा मालै मजदूर नेता कामरेड हरिशंकर कॉमरेड प्रताप जाटव कामरेड भूप सिंह बिनौरा कामरेड रमेश चंद इंकलाबी नौजवान सभा नेता कामरेड मुकेश मौर्य रमेश कामरेड जितेंद्र राजेश चौधरीनरेंद्र सिंह मुसमरिया ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा चंद्र नरेंद्र देवेंद्र कुशवाहा इत्यादि लोग सम्मिलित रहे रही,अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाली, एक नाबालिग सहित, कई महिला पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।

ये महिला पहलवान 23 अप्रैल 2023 से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही हैं, जब केंद्र सरकार जनवरी 2023 में आरोपी सांसद के खिलाफ जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के लिए खिलाड़ियों से किए अपने वादे को पूरा करने में रही। खिलाड़ियों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा और न्यायालय द्वारा मामले की सुनवाई शुरू करने के बाद ही दिल्ली पुलिस ने बहुत देर से आरोपी बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 प्राथमिकी दर्ज की।

दुर्भाग्य से, उसके बाद दिल्ली पुलिस अपने पांव खींच रही है और जांच और अभियोजन को आगे नहीं बढ़ाया गया है। जब खिलाड़ियों ने अपना विरोध जारी रखा और 28 मई 2023 को दिल्ली में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला, तो दिल्ली पुलिस, जो केन्द्र सरकार के नियंत्रण में है, ने उनके विरोध मार्च का क्रूरता से दमन किया, उन्हें हिरासत में लिया, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें जंतर-मंतर पर उनके शांतिपूर्ण विरोध स्थल से हटा दिया। यह पूरी तरह से गलत और अलोकतांत्रिक था। संयुक्त किसान मोर्चा में हम इन घटनाओं से बेहद विचलित हैं।

आप खुद एक किसान की बेटी होने के नाते जानती हैं कि कुश्ती एक ग्रामीण खेल है और बृज भूषण शरण सिंह की शिकार ज्यादातर लड़कियां ग्रामीण/किसान परिवारों से हैं। इसलिए हमें चिंता है कि जिन किसानों की बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत की है और देश को गौरव दिलाया है, उनके साथ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत क्रूरता के साथ व्यवहार किया जा रहा है

राष्ट्र के प्रमुख के रूप में, हम आपसे यह निर्देश जारी करने का अनुरोध करते हैं कि केंद्र सरकार महिला पहलवानों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने धरना जारी रखने की अनुमति दे महिला पहलवानों के साथ क्रूरता के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर, तेजी से चार्ज-शीट दाखिल करने और अभियोजन के लिए उनकी हिरासत में पूछताछ की जाए,पहलवानों पर बनाये केस रद्द किये जायें। भारत की बेटियों की सम्मान की रक्षा के लिए शीघ्रता से कार्य करने और देश को शर्मसार करने वाली इस घिनौनी गाथा को समाप्त करने के लिए हम आपके सम्मानित कार्यालय को यह ज्ञापन सौंप रहे हैं।

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