मणिपुर में शांति बहाली की कोशिशें तेज

 अमित शाह की अगुआई में हिंसा प्रभावित लोगों के लिए काम कर रही सरकार

मणिपुर में शांति बहाली की कोशिशें तेज

मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के दौरे पर हैं। वह राज्य में शांति बहाल करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। केन्द्र सरकार अमित शाह की अगुआई त्रिआयामी दृष्टिकोण पर काम कर रही है।

  • मणिपुर हिंसा में मरने वालों की संख्या 80 हो गई है।
  • अमित शाह मणिपुर के सभी वर्गों से बात कर रहे हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
  • मणिपुर में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किए जाने के बाद पहली बार भड़की थी हिंसा।


मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी भी कुछ इलाकों में झड़पें देखने को मिल रही हैं। जिसके कारण केंद्र त्रिपक्षीय दृष्टिकोण पर काम कर रहा है, ताकि युद्धरत मेइती और कुकी समुदायों को अशांत मणिपुर में स्थायी शांति के लिए एक मंच पर लाया जा सके।

केन्द्र सरकार त्रिस्तरीय दृष्टिकोण पर कर रही काम 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि हिंसा को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए और पूर्वोत्तर राज्य में जल्द से जल्द शांति बहाल की जानी चाहिए। सरकार मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए त्रिस्तरीय दृष्टिकोण पर काम कर रही है। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इनमें प्रभावित लोगों से बातचीत, बढ़ी सुरक्षा के साथ अपना घर छोड़ने वालों का पुनर्वास और उग्रवादियों पर नियंत्रण शामिल है।

सूत्रों ने कहा, सरकार के सामने प्रमुख कार्य मैतेई और कुकी समुदायों के बीच विश्वास पैदा करना है। इसलिए, केंद्र मणिपुर में समाज के हर वर्ग तक पहुंचने के लिए सभी प्रयास कर रहा है और स्थायी शांति के लिए उन्हें एक संकीर्ण आम जमीन में लाने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस बात की चिंता है कि कई आतंकवादी अपने निर्धारित शिविरों से चले गए हैं और उन्हें वापस लाने के प्रयास जारी हैं।


सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बल सभी समुदायों के सदस्यों से कह रहे हैं कि अगर उनके पास हथियार हैं तो उन्हें सौंप दें। मेइती और कुकी दोनों समुदायों के प्रभावित लोगों में से कुछ, जिन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाया गया था, वे अपने घर लौटना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि प्रशासन को निर्देश दिया जा रहा है कि उन्हें सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया जाए, ताकि वे अपना सामान्य जीवन फिर से शुरू कर सकें।

मणिपुर की शांति और समृद्धि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: शाह

अमित शाह समाज के सभी वर्गों से बात कर रहे हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा है कि मणिपुर की शांति और समृद्धि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और अधिकारियों को शांति भंग करने वाली किसी भी गतिविधि से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है।


तीन मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय संघर्ष के बाद से गृह मंत्री पहली बार मणिपुर का दौरा कर रहे हैं। राज्य में तब से छिटपुट हिंसा देखी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, झड़पों में मरने वालों की संख्या 80 हो गई है। मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को राज्य के पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद पहली बार हिंसा भड़की थी।


आरक्षित वन भूमि से कूकी ग्रामीणों को बेदखल करने पर पहले भी हिंसा हुई थी, जिसके कारण कई छोटे-छोटे आंदोलन हुए थे।

 

 

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