आर्य समाज का तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव शुरू उत्सव में जुटे उच्च कोटि के विद्वान

स्वतंत्र प्रभात
 
बरेली/क्योलडिया में आर्य समाज के वार्षिक उत्सव का शुभारंभ प्रातः विशाल हवन करने के बाद प्रभात फेरी निकालकर शुरू किया गया इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित सत्यदेव शास्त्री ने अपने प्रवचन से श्रोताओं को अच्छे कार्य करने की प्रेरणा दी उन्होंने बताया स्वर्ग और नर्क मनुष्य को किस तरह प्राप्त होता है।
 
पंडित श्री शास्त्री ने अपने संबोधन में प्रकाश डालते हुए कहा जब मृतक शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाता है तोसव यात्रा में सम्मिलित लोगों के द्वारा जो चर्चाएं की जाती है कि व्यक्ति बहुत बढ़िया था इसके जाने से नुकसान हुआ है तो समझ लो वह प्राणी स्वर्ग को प्राप्त होता है और जिसके जाने के बाद लोग कहें के बहुत बुरा था
 
ठीक रहा दुनिया से चला गया तो समझ लो बहनरक को प्राप्त होगा इसलिए मनुष्य को जीवन में काम करके जाना चाहिए ना के कान भरने का कार्य करें जिससे परिवार बा गांव से लेकर देश तक बर्बाद होते हैं इसलिए मनुष्य को अच्छे कर्म करके दुनिया से जाना चाहिए जिस तरह योगीराज श्री कृष्ण मर्यादा पुरुषोत्तम राम महर्षि दयानंद जैसे लोगों को जाने के बाद भी लोग याद करते हैं।
 
इसलिए मनुष्य भले ही कम उम्र तक जीवित रहे परंतु उसके कार्यों की सराहना सदा होती रहे यही स्वर्ग की प्रथम कड़ी है यहीं पर कथावाचक महेंद्र पाल कर्मठ ने बताया मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए यज्ञ और योग करना चाहिए इससे मनुष्य सदैव स्वस्थ रहेगा वेद का पढ़ना पढ़ाना मनुष्य का धर्म है यह उत्सव आज से प्रारंभ हुआ है और 31 मई को देर रात समाप्त होगा 3 दिन बहने वाली ज्ञान गंगा में श्रद्धालुओं को ज्ञान का बोध कराया जाएगा।

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