कुशीनगर : खपरधिका गांव में सेफ्टी टैंक में मीथेन गैस अटैक से हुई हादसा चार मरे पांचवे की ईलाज जारी..! 

शौचालय सुविधा लापरवाही की भेंट चढ़ रहे लोग

सेप्टिक टैंक में होती हैं मीथेन गैस जो व्यक्ति के नर्वस सिस्टम को खराब कर देती हैं, मीथेन गैस के संपर्क में आने से आंखों में जलन, गले में खराश, सांस की तकलीफ और खांसी और अधिकता से तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) प्रभावित हो जाता है।

" याद कराना चाहते है कि जनपद में बीते साल 2021 में सलेमगढ बाजार में टैंक में फसे तीन लो की मौत हुई तो 02 जून 2022 में पडरौना  आवास विकास कॉलोनी में टैंक सफाई करते समय एक साथ तीन मजदूरों की मौत से सनसनी मच गई अब 2023 में खपर्धिका गांव की घटना में चार की मौत ने जनपद में झकझोर कर रख दिया हैं "

ब्यूरो रिपोर्ट : प्रमोद रौनियार

कुशीनगर। शौचालय टैंक कांड के ऐसे ही एक ताजा मामले में जिलाधिकारी कुशीनगर रमेश रंजन व पुलिस अधीक्षक कुशीनगर धवल जायसवाल द्वारा 28 मई को थाना नेबुआ नौरंगिया क्षेत्रान्तर्गत खपर धीका गांव में शौचालय की टंकी की सफाई के दौरान टंकी में गिरने से चार व्यक्तियों की मृत्यु व एक अन्य व्यक्ति के घायल होने की सूचना पर तत्काल घटना स्थल का भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया तथा परिवार के लोगों से बात-चीत कर स्थिति की जानकारी ली गयी तथा सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। 

इस घटना में गांव की एक महिला चस्मदीद गवाह की माने तो भाड़े के सेफ्टी टैंक कर्मी वाले पाइप लाइन से टैंक की सफाई कर चुके थे लेकिन घर का एक लड़का टैंक सफाई चेक करने 2/2 टैंक होल से सीढ़ी लगाकर चेक करने उतर गया तो अंदर ही उसे मीथेन गैस अटैक कर दिया,तो दूसरा देखा दुसरे को तीसरा इस प्रकार हर एक को बचाने क्रमशः पांच घुस गए परिणाम टैंक में सभी मीथेन गैस से बेहोशी का शिकार हो गए। परिजनो द्वारा शोर शराबा मचने पर आए ग्रामीणों की मदद से सभी पांच को बाहर निकाला गया,तब तक काफी देर हो चुकी थी। एक साथ परिवार के चार सदस्यों की टैंक से मौत का मंजर निकला एक की हालत नाजुक मिली जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं जहा स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। 

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