सील बंद दुकान से लाखों की दवा बेचीं, औषधि प्रशासन सोया
भुगतान प्राप्त किया जा रहा है,सील ईमारत और गौरी मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड पुष्पेश जालान की पत्नी के नाम पर है
स्वतंत्र प्रभात, लखनऊ
विशेष संवाददाता
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा 20 अप्रैल 2022 को सील की गयी गोमती नगर सेंट जोजफ अस्पताल के सामने स्थित ईमारत 2/145 में गिन्नी मेडिकल्स और गौरी मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बंद दुकान से लाखों रुपयों की दवाएं बेचीं जा रही है, जिसका खुलासा शिकायतकर्ता के द्वारा दिए गए शिकायती पत्र से हुआ है l
किस प्रकार से पुष्पेश जालान द्वारा केंद्र सरकार के संसथान नाबार्ड में नाबार्ड के फार्मासिस्ट मोहम्मद फ़ारूक़ और अकाउंटेंट हितेश से सांठ गाँठ करके सील बंद दुकान के माध्यम से लगातार लाखों रूपये की दवा सप्लाई की जा रही है और भुगतान प्राप्त किया जा रहा है,सील ईमारत और गौरी मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड पुष्पेश जालान की पत्नी के नाम पर है और गिन्नी मेडिकल्स पुष्पेश जालान की माँ के नाम पर है, गौरतलब है यदि सील बंद दुकान द्वारा दवा सप्लाई करने और बेचने के दौरान यदि गलत दवा की वजह से कोई हादसा हो जाता है, तो कौन जिम्मेदार होगा ? लखनऊ औषधि प्रशासन सोया हुआ है l
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा ईमारत के ध्वस्तीकरण के आदेश भी हो चुके हैं 11 अप्रैल 2023 को, किन्तु एक माह से अधिक समय होने के बाद भी ध्वस्तीकरण नहीं हुआ है, क्या जिम्मेदार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं ?
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