WHO ने किया चीन का पर्दाफाश: कोरोना की महामारी से आउट ऑफ़ कंट्रोल हुआ चाइना 

WHO ने किया चीन का पर्दाफाश: कोरोना की महामारी से आउट ऑफ़ कंट्रोल हुआ चाइना 

स्वतंत्र प्रभात 

चीन में कोरोना की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना लाखों केस सामने आ रहे हैं और  हजारों लोग मर रहे हैं। सेलीब्रेटी से लेकर आम लोगों की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है लेकिन चीन सरकार के आदेश पर आंकड़े छुपाए जा रहे हैं। दिसंबर 2022 में चीन ने कोरोना से 22 लोगों की मौत की बात कबूली लेकिन इसके बाद आंकड़े सार्वजनिक करने से इंकार कर दिया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन भले ही कोरोना को लेकर सही आंकड़े न दे रहा हो लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने उसकी पोल खोल दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की वीकली रिपोर्ट में सामने आया है कि चीन में एक हफ्ते में कोरोना के 2.18 लाख से ज्यादा मरीज मिले हैं।

चीन में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है, वैसा वहां पहले कभी नहीं देखा। वहां महामारी आउट ऑफ कंट्रोल हो चुकी है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी माना था कि कोरोना अब भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। हालांकि, इन सबके बावजूद चीन कोरोना को लेकर आंकड़े नहीं दे रहा है   पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट ने उसकी पोल खोल दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की वीकली रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में एक हफ्ते में कोरोना के नए मामलों में करीब 50 फीसदी का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट बताती है कि 26 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच में कोरोना के 2.18 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जबकि, इससे 12 से 18 दिसंबर के बीच 1.47 लाख नए मामले सामने आए थे।

इस हिसाब से चीन में कोरोना के नए मामले 48 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए हैं।चीन में जहां संक्रमण तेज रफ्तार से बढ़ रहा है, बावजूद इसके वहां सारी पाबंदियां हटने वालीं हैं। चीन में 8 जनवरी से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारनटीन रहना जरूरी नहीं होगा इससे पहले तीन साल तक चीन में आने वाले यात्रियों को दो हफ्ते तक क्वारनटीन रहना जरूरी था। चीन ने कोविड-19 को 2020 से खतरनाक संक्रामक बीमारी की 'A' कैटेगरी में रखा था। इसे ब्यूबोनिक प्लेग और हैजा के बराबर माना था  लेकिन अब कोविड-19 को 'B' कैटेगरी में डाला जाएगा।

यानी, चीन में अब कोविड-19 खतरनाक संक्रामक बीमारी नहीं रहेगी।  इसके पीछे चीन का तर्क है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है। इतना ही नहीं, चीन अब कोरोना के मामलों का रिकॉर्ड भी नहीं रखेगा। चीन में नए साल कोरोना के नए मामलों का हिसाब-किताब नहीं रखा जाएगा। चीन कोरोना से होने वाली मौतों के जो आंकड़े दे रहा है वो भी बहुत कम है। WHO की रिपोर्ट बताती है कि 26 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच चीन में कोरोना से 648 मौतें हुईं हैं।

 

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