लोहटी जई का लाखो रुपए से बना बाढ़ राहत केंद्र का परिसर अपनी बदहाली पर बहा रहा आंसू

रामनगर एसडीएम के कहने पर बाढ़ राहत केंद्र परिसर की आगे की तरफ प्लास्टर करके पेंटिंग की गई जबकि पूरे बाढ़ राहत केंद्र की मरम्मत होनी थी

ब्लॉक से इंटरलॉकिंग का बोर्ड लगा दिया गया इंटरलॉकिंग नही की गई है उसी इंटरलॉकिंग बोर्ड के पास पुलिया क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है

कृष्ण कुमार शुक्ल
रामनगर बाराबंकी: 

तहसील रामनगर अंतर्गत ग्रामसभा लोहटी जई में स्थित बाढ़ राहत केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। गणेशपुर को जाने वाले मार्ग के पास डामर रोड के दाहिने तरफ बाढ़ राहत केंद्र की बिल्डिंग बनी हुई है जो बसपा सरकार में लाखों रुपए की लागत से बनाई गई थी 

सिर्फ बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए, लेकिन बाढ़ पीड़ित लोगों के पहुंचने से पहले ही बाढ़ का पानी बाढ़ राहत केंद्र परिसर के पास बाढ़ का पानी जमा हो जाता है जिससे बाढ़ राहत केंद्र का रास्ता भी डूब जाता है। बीते दिनों में रामनगर उप जिला अधिकारी तान्या ने बाढ़ राहत केंद्र का औचक निरीक्षण किया था और संबंधित कर्मचारियों वह प्रधान प्रतिनिधि को कड़ी फटकार लगाई थी की बाढ़ राहत केंद्र इतना गंदा क्यों पड़ा है और इतना खराब क्यों लग रहा है इसको ब्लॉक से बजट पास करा कर मरम्मत कार्य किया जाए 

यह निर्देश दिया था सुश्री तान्या ने इन्ही निर्देशों के क्रम में ब्लॉक से मरम्मत कार्य शुरू हुआ और रंगाई पुताई प्लास्टर जुड़ाई चालू हुई। बाढ़ राहत केंद्र में जो कार्य किया गया है उसमें भी बड़ा खेल किया गया है आगे की तरफ तो पुताई की गई है दाहिने साइड वा बांए साइड और पीछे की तरफ कोई भी कार्य नहीं किया है,और इसी बाढ़ राहत केंद्र के रोड के पास पुलिया टूटी पड़ी है।और कई वर्षो से कुछ अराजक तत्व लोग इस परिसर में निवास भी कर रहे हैं जबकि कोई आदेश नहीं है कि बाढ़ राहत केंद्र के परिसर में कोई निवास करें।

 इस बाढ़ राहत केंद्र की बिल्डिंग से कई चीजें गायब भी हो चुकी हैं लेकिन शासन प्रशासन बेखबर है पता नहीं किसकी शह पर इस परिसर में बाहरी लोग निवास कर रहे हैं ब्लॉक कर्मचारी जान कर भी अंजान बने हुए है। बाढ़ राहत केंद्र के परिसर के सामने इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का बोर्ड ब्लॉक के द्वारा लगा दिया गया है परंतु इंटरलॉकिंग कार्य अभी तक अधूरा पड़ा है। बाढ़ आने से पहले एसडीएम ने सख्त निर्देश दिए थे को जल्दी कार्य पूरा किया जाए, लेकिन पूरा कार्य अभी तक नहीं किया गया है।लोहटी जई ग्राम सभा का बाढ़ राहत केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है जिम्मेदार अधिकारी जान कर भी अंजान बने हुए है।

इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार दुबे को दूरभाष के माध्यम से फोन मिलाया गया तो उन्होंने अपना फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।

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