52 बीघे गुड़िया तालाब की सरकारी जमीन पर लोगों ने बनाए अपने आशियाने, प्रशासन बेखबर

52 बीघे के तालाब का अस्तित्व  अब 7 बीघे मे रह गया है 


स्वतंत्र प्रभात

शंकरगढ़ प्रयागराज  नगर पंचायत शंकरगढ़ मे वार्ड नंबर 3 में स्थित सरकारी तालाब जो कि गुड़िया तालाब के नाम से प्रसिद्ध है लोगों ने अवैध रूप से कब्जा करके अपने घर बना लिए हैं। सरकारी अभिलेखों में दर्ज आंकड़ों में 52 बीघे के तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया जाए तो मौजूदा समय में 5 से 6 बीघे में ही पूरा तालाब सीमित रह गया है। इसकी वजह है कि शंकरगढ़ क्षेत्र में आबादी बढ़ती गई  कुछ अराजक तत्वों द्वारा तालाब की जमीन को आधे पौने भाव बेच कर लोगों को घर बनाने के लिए दे दिया गया। और आज मौजूदा परिस्थितियों में लगभग 500 परिवार गुड़िया तालाब की जमीन पर अपने सपनों का महल बना कर  जीवन का गुजारा कर रहा है।

शंकरगढ़ नगर पंचायत के अंतर्गत आने के बाद भी आज तक जितने भी चेयरमैन हुए किसी के द्वारा यह पहल नहीं की गई कि किस प्रकार से इस सरोवर को लोगों से मुक्त कराया जाए क्योंकि सभी को अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि खिसकने का भी डर सता रहा है कारण कि लगभग 10% आबादी उसी सरकारी तालाब के जमीन पर निवास करती है। प्रशासन द्वारा इस मामले पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और ना कोई सरकारी आदेश दिया गया है। एक तरफ सरकार प्रदेश की हर तालाब को अमृत सरोवर के माध्यम से पुनः जीर्णोद्धार कर रही है और दूसरी तरफ नगर पंचायत शंकरगढ़ स्थित गुड़िया तालाब का धीरे-धीरे अस्तित्व ही खत्म होता चला जा रहा है।

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