अपने ही जमीन पर निर्माण कराना युवक को पड़ा भारी पुलिस ने शांतिभंग में किया पाबंद

अपने ही जमीन पर निर्माण कराना युवक को पड़ा भारी पुलिस ने शांतिभंग में किया पाबंद

मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत देवगांव चौकी क्षेत्र के बाबा पुरवा मे एक युवक को अपने ही जमीन पर न्यायालय के आदेश पर मकान बनाना भारी पड़ गया मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने दो सगे भाइयों को पकड़कर चौकी ले गई पिटाई के बाद दोनो भाईयो एकपक्षीय शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया। 


मिल्कीपुर,अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत देवगांव चौकी क्षेत्र के बाबा पुरवा मे एक युवक को अपने ही जमीन पर न्यायालय के आदेश पर मकान बनाना भारी पड़ गया मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने दो सगे भाइयों को पकड़कर चौकी ले गई पिटाई के बाद दोनो भाईयो एकपक्षीय शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया। 

गौरतलब है कि बाबा पुरवा निवासी विजय कुमार व विनय कुमार पुत्र राम चंद के द्वारा रविवार को बैनामा खरीदी गई जमीन पर निर्माण करा रहे थे।देवगांव की तफसीर फातमा पत्नी मो एकलॉक हुसैन के द्वारा सूचना डायल 112 पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने दोनों भाइयों को पकड़ कर चौकी ले आई जहां पर दोनों भाइयों का शांति भंग की आशंका में चौकी प्रभारी मनीष चतुर्वेदी के द्वारा चालान कर दिया गया। वही पीड़ित विनय कुमार ने बताया कि लगलग एक दशक पहले सत्य नारायन से बतौर बैनामा लिया गया था।और वहाँ 22 साल पहले से सत्य नारायण ने चारो तरफ से नीव भी भरा रखी थी।

खरीदी हुई जमीं पर हमारे द्वारा निर्माण कराया जा रहा था। जिस पर पुलिस के द्वारा सत्ता पक्ष के दबाव और रानी के दबाव में आकर चल रहे काम को यह कहकर रुकवा दिया गया कि इस जमीन पर स्थगन आदेश पारित है।साथ ही बताया कि जिस जमीन को सत्य नारायन से बतौर बैनामा लिया था उस जमीन पर लगभग दो दशक पहले से नीव डाल रखा था। जब मैं निर्माण शुरू कराया तो स्थानीय पुलिस ने जमीन पर स्थगन आदेश पारित है। यही बोल कर निर्माण रुकवा दिया। लेकिन अभी तक न तो पुलिस और न ही विपक्षी पार्टी के द्वारा कोई स्थगन आदेश दिखाया गया। रविवार को मेरे द्वारा निर्माण किया जा रहा था तभी विपक्षियों के द्वारा डायल 112 को भ्रामक सूचना देकर हम दोनों भाइयों को पुलिस के द्वारा पकड़वा लिया गया जब मैं चौकी पहुंचा तो वहां पर रानी पहले से मौजूद थी और पहुंचते ही पुलिस के द्वारा हम दोनों की पिटाई की गई उसके बाद शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया गया। जिस जमीन में स्थगन आदेश की बात पुलिस द्वारा की जा रही है उसी जमीन में भट्ठा भी संचालित है जिसे पुलिस द्वारा नहीं रोका जा रहा है बड़ा सवाल यह है कि अगर स्थगन आदेश है तो भट्ठा कैसे चल रहा है यह गहन सोचनीय प्रश्न है।पीड़ित के द्वारा स्थानीय पुलिस पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए मामले की जांच उच्च स्तरीय टीम से कराकर कार्यवाही करने की मांग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई है न्याय मिलता है या नहीं यह भविष्य के गर्भ में है। हालांकि मामले को लेकर चौकी प्रभारी मनीष चतुर्वेदी से बात करने का प्रयास किया लेकिन फोन नहीं उठ सका।

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Online Channel