
कोतवाली पुलिस हुई बेलगाम, पत्रकार को आधा दर्जन पुलिसवालों ने घर में घुस के मारा
जनसंदेश संवाददाता तौफीक अहमद रामनगरसे वर्तमान संवाददाता है। उनका कहना है कि मैं बरियारपुर पुश्तैनी घर पर2 साल की बच्ची का बर्थडे अपने परिवार व रिश्तेदार सभी लोग मिलकर बच्चे का जन्मदिन मना रहा था तभी रात्रि में लगभग आधा दर्जनरामनगर की पुलिस अचानक घर में घुस कर तांडव करने लगी।
रामनगर (बाराबंकी) । जनसंदेश संवाददाता तौफीक अहमद रामनगरसे वर्तमान संवाददाता है। उनका कहना है कि मैं बरियारपुर पुश्तैनी घर पर2 साल की बच्ची का बर्थडे अपने परिवार व रिश्तेदार सभी लोग मिलकर बच्चे का जन्मदिन मना रहा था तभी रात्रि में लगभग आधा दर्जनरामनगर की पुलिस अचानक घर में घुस कर तांडव करने लगी। तौफीक अहमद पत्रकार द्वारा पूछा गया। कि आप लोग अचानक मेरे घर में घुसकर मेरे रिश्तेदार वाह मेरे भाई भौजाई सभी को क्यों मार रहे हो। कौन सी मेरी गलती है लेकिन कोतवाली रामनगर के पुलिस ने कुछ ना बतातेहुए आधा धुंध लाठियां चलाना शुरु किया। जब चौथे स्तंभ जोकि संविधान मैं चौथा स्तंभ का महत्व दिया गया है। लेकिन कोतवाली रामनगर कीपुलिस बेलगाम अपनी मनमानी करती हूं मारना पीटना चालू कर दिया तौफीक अहमद जनसंदेश पत्रकार ने भी अपनी आईडी दिखाएं और कहा कि मैं एक पत्रकार हूं लेकिन पुलिस वालों ने एक भी ना सुनी ऐसे पुलिस वालों के ऊपर कार्रवाई होना चाहिए।
जब पत्रकार मारा पीटा जा सकता है, तो आम जनता के ऊपर क्या हाल होता होगा? पुलिस अधीक्षक महोदय जांच कराकर पत्रकार को न्याय दिलाएं। पीड़ित पत्रकार ने उपजिला अधिकारी रामनगर आवेदन देखकर गुहार लगाई है की जांच कराकर न्याय दिलाएं। अब देखना यह हैकि कोतवाली रामनगर पुलिस केऊपर कार्रवाई होती है या कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। क्या पत्रकार तौफीक अहमद को उप जिलाधिकारी रामनगर द्वारा न्यायदिलाया जाएगा की कार्रवाई को वैसे ही डाल दिया जाएगा। न्याय की प्रतीक्षा में पत्रकार तौफीक अहमद बरियारपुर निवासी पत्रकार उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
(उमेश तिवारी की रिपोर्ट)
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