सरकारी नौकरी में पांच वर्ष की संविदा पर भड़के युवा रोजगार ।

डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन । ए •के • फारूखी (रिपोर्टर ) ज्ञानपुर, भदोही । समूह ख और ग की भर्ती नियमावली में बदलाव की जानकारी बेरोजगार बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भड़क उठे। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में समूह ख और ग पदों पर नियुक्ति एवं

डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन ।


ए •के • फारूखी  (रिपोर्टर )


ज्ञानपुर, भदोही  ।

समूह ख और ग की भर्ती नियमावली में बदलाव की जानकारी बेरोजगार  बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भड़क उठे। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में समूह ख और ग पदों पर नियुक्ति एवं विनियमितीकरण नियमावली के प्रस्ताव को मंजूर न किए जाने की मांग की है।
     

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जनपद मुख्यालय सरपतहां  मंगलवार  को पहुंचे बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश सरकार समूह ख और ग के पदों पर नियुक्ति (संविदा पर) एवं विनियमितीकरण नियमावली को लाने के विचार में है। यह नियमावली पूर्व में गतिमान भर्तियों पर भी लागू होगी।

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संविदा पर नियुक्ति और संविदा आधारित मानदेय अभ्यर्थी की उन तमाम आशाओं पर कलंक साबित होगा, जो उन्होंने कॅरियर बनाने के लिए संजो रखी हैं। पांच वर्षीय संविदा की अवधि भ्रष्टाचार और धन उगाही को प्रेरित करेगी। दूसरी ओर संविदा कर्मी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने में भी बाधा उत्पन्न होगी।

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योग्य चयनित व्यक्ति को पांच वर्ष तक बार-बार अपनी योग्यता साबित करनी होगी। ऐसे में वह अनंत काल तक योग्यता परीक्षण की प्रक्रिया में उलझकर रह जाएगा। व्यवस्था का संपूर्ण ढांचा अस्त व्यस्त हो जाएगा। ज्ञापन में कहा गया कि इस तरह की किसी भी नियमावली के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी न दी जाए।

यदि इस मामले में सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करने पर विवश होना पड़ेगा। अभ्यर्थियों ने निवेदन किया कि  इस तरह के किसी भी  नियमावली के प्रस्ताव को कैबिनेट के द्वारा मंजूरी न दिया जाए  जहां एक और  यह भ्रष्टाचार और शोषण को बढ़ावा देगा वहीं दूसरी ओर प्रतियोगी अभ्यर्थियों को  अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करने पर विवश होना पड़ेगा।

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