कोरोना संकट काल में पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिये बनी वरदानःमण्डलायुक्त

कोरोना संकट काल में पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिये बनी वरदानःमण्डलायुक्त

धर्मेन्द्र राघव अलीगढ़। मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी ने कोविड-19 संक्रमण काल में शारीरिक दूरी का पालन करने की दिशा में अनूठा एवं अभिनव प्रयास करते हुए कमिश्नरी कार्यालय में उपस्थित रहकर मण्डल के चारो जनपदों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्व एवं कृषि अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा की। उन्होंने

धर्मेन्द्र राघव


अलीगढ़। मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी ने कोविड-19 संक्रमण काल में शारीरिक दूरी का पालन करने की दिशा में अनूठा एवं अभिनव प्रयास करते हुए कमिश्नरी कार्यालय में उपस्थित रहकर मण्डल के चारो जनपदों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्व एवं कृषि अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि अन्य अधिकारी भी कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अन्य तकनीकी माध्यमों को अपनाकर कार्य करने की पद्धति में परिवर्तन लाएं ताकि घर एवं दफ्तर से निकले बिना भी कार्य सम्पादित किया जा सके।

मण्डलायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की किसान हित में एक अनूठी पहल है, जिसमें किसानों को 6000 रूपये तीन किश्तों में उनके खातों में दिये जा रहा है। इससे किसानों को बीज, खाद एवं अन्य जरूरतों को मदद प्राप्त हो रही है।

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण काल में यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। मण्डलायुक्त ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चारो जनपदों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि आगामी 10 दिनों में विभिन्न प्रकार की त्रुटियांे में सुधार करते हुए मण्डल के सभी किसानों को लाभान्वित किया जाए।

मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान पाया कि मण्डल भर में 1084974 किसानों के सापेक्ष मात्र 848051 किसानों को नियमित किश्त प्राप्त हो रही है। जिस पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक 236923 किसानों को योजना का लाभ प्राप्त न होना सीधे तौर पर लापरवाही का द्योतक है।

उन्होंने सख्त लहजे में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द योजना का लाभ किसानों तक पहुॅचाएं। इस दौरान उन्होंने कोविड संक्रमण काल में प्रत्येक श्रमिक को आर्थिक सहायता स्वरूप दिये जाने वाली धनराशि की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में किसी भी प्रकार के फेर से बचते हुए अधिक से अधिक श्रमिकों को लाभान्वित करें।


प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना समीक्षा में पाया गया कि अलीगढ़ जनपद में 350657 किसानों के सापेक्ष 281121 किसानों को नियमित किश्त प्राप्त हो रही है। जनपद स्तर पर कार्यवाही के लिये 69536 किसानों के डाटा में सुधार किया जाना है। उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि 22047 लाभार्थियों का आधार नं0 गलत है। 20981 किसानों का नाम मिसमैच है। 26508 किसानों का पोर्टल पर सत्यापन होना है।

उन्होंने बताया कि विगत एक माह में 33753 किसानों के डाटा में सुधार कर लाभ दिलाया गया है। 2573 इनवैलिड आधार एवं 2518 नाम मिसमैच आधार के सुधार की कार्यवाही की गयी है। हाथरस जनपद में 293309 किसानों के सापेक्ष 228068 किसानों को नियमित किश्त प्राप्त हो रही है।

जनपद स्तर पर कार्यवाही के लिये 65241 किसानों के डाटा में सुधार किया जाना है। उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि 30778 लाभार्थियों का आधार नम्बर गलत है। 18290 किसानों का नाम मिसमैच है। 16173 किसानों का पोर्टल पर सत्यापन होना है। उन्होंने बताया कि विगत एक माह में 18807 किसानों के डाटा में सुधार कर लाभ दिलाया गया है। 3138 इनवैलिड आधार एवं 5711 नाम मिसमैच आधार के सुधार की कार्यवाही की गयी है।


उप कृषि निदेशक ने बताया कि एटा जनपद में 202504 किसानों के सापेक्ष 156574 किसानों को नियमित किश्त प्राप्त हो रही है। जनपद स्तर पर कार्यवाही के लिये 45930 किसानों के डाटा में सुधार किया जाना है। उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि 28164 लाभार्थियों का आधार नम्बर गलत है। 7706 किसानों का नाम मिसमैच है।

10060 किसानों का पोर्टल पर सत्यापन होना है। उन्होंने बताया कि विगत एक माह में 9370 किसानों के डाटा में सुधार कर लाभ दिलाया गया है। 2908 इनवैलिड आधार एवं 2360 नाम मिसमैच आधार के सुधार की कार्यवाही की गयी है।

कासगंज जनपद में 238504 किसानों के सापेक्ष 182288 किसानों को नियमित किश्त प्राप्त हो रही है। जनपद स्तर पर कार्यवाही के लिये 56216 किसानों के डाटा में सुधार किया जाना है। उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि 36531 लाभार्थियों का आधार नम्बर गलत है। 9100 किसानों का नाम मिसमैच है।

10585 किसानों का पोर्टल पर सत्यापन होना है। उन्होंने बताया कि विगत एक माह में 4815 किसानों के डाटा में सुधार कर लाभ दिलाया गया है। 1756 इनवैलिड आधार एवं 2273 नाम मिसमैच आधार के सुधार की कार्यवाही की गयी है।


वीडियो कांफ्रेसिंग में डीएम एटा सुखलाल भारती, एडीएम वित्त एटा केशव कुमार, एडीएम प्रशासन अलीगढ़ डी.पी. पाल, एडीएम वित्त हाथरस जे.पी. सिंह, एडीएम कासगंज अजय श्रीवास्तव, संयुक्त निदेशक कृषि सुखवीर सिंह, जिला कृषि अधिकारियों एवं दीपक कुमार निक नेट इंजीनियर द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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