स्वतंत्र प्रभात
टांडा अम्बेडकर नगर। विकास खंड बसखारी के अंतर्गत मानिकपुर गांव में मनरेगा के तहत सड़क पटाई का काम तेजी से चल रहा है। चकरोड़ की मरम्मत कार्य इस समय खेतों में गेहूं की फसल खोदकर की जा रही है। चकरोड़ पाटने के लिए खेत में बने गड्ढे फिर से बराबर हो सकते है। लेकिन फसल नुकसान को लेकर समस्या बनी है।
खेतों से मिट्टी निकालने के दौरान मनरेगा मजदूर किसान की फसल खोद कर चकरोड़ की पटाई की जा रही है। खेत से करीब एक से डेढ़ मीटर चौड़ी खाई बनाकर मिट्टी निकाला गया है। किसान की खेत के दोनों तरफ की फसल खोदकर बर्वाद कर दी गई है। किसान के फसल नुकसान के आकड़े से करीब 2-3 महीने तक रोटी मिल सकती है।
काम के ऐसे रवैये से विकास अधिकारियों के लक्ष्य के साथ भारी भरकम बजट को बड़े पैमाने पर खर्च किया जा रहा है। लेकिन पसीना बहाकर खेत में फसल उगाने वाले किसान की कमाई अधिकारियों के सामने बेवस है। खंड विकास अधिकारी राजमंगल चौधरी ने बताया कि किसान की सहमति पर काम कराया गया होगा। हालांकि किसानो के नुकसान की भरपाई का कोई प्रावधान नहीं है।