अपात्रो को सौंपा गया आवास पात्रों को नही मिला लाभ

अपात्रो को सौंपा गया आवास पात्रों को नही मिला लाभ


चंदापुर में गलत तरीके से आवास किया गया आवंटित 

स्वतंत्र प्रभात
भीटी अंबेडकर नगर ।स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा चंदापुर में आवास का हुआ बंदरबांट एक ही परिवार के 4 सदस्यों को दे दिया गया आवास जिसमें पिता सहित चार पुत्र शामिल हैं इसी तरीके से जिनके पास 4 पुत्र हैं और करोड़ों की संपत्ति है उनको भी आवास आवंटित कर दिया गया है पूरे चंदापुर में गलत तरीके से आवास आवंटित किया गया है सचिव द्वारा स्थलीय निरीक्षण करके कुछ लोगों के खिलाफ नोटिस कटवा कर खाता सील कराना था।

लेकिन ग्राम सचिव ने ऐसा ना करके जिनके खातों में पैसा आया था वह पैसा निकाल कर अपने अपने आवास बनवा रहे हैं ।जिन लोगों के पास सर के ऊपर एक छप्पर भी नहीं है उनको आवास नहीं दिया गया है ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव की मिलीभगत से ऐसा भ्रष्टाचार देखने को कभी नहीं मिला करीब 100 लोगों को शौचालय का पैसा आवंटित कर दिया गया है उसके बावजूद भी किसी के पास शौचालय नहीं है इसकी लंबी फेहरिस्त है कि जिसका कोई जवाब नहीं है इसी तरह से बनगांव में आवास का पैसा किसी और का और किसी और के खाते में पैसा चला जाता है  ।

जिसका प्रार्थना पत्र जब जिलाधिकारी को दिया जाता है तो और तत्काल प्रभाव से खुद निरीक्षण करने बनगांव पहुंच जाते हैं और  बनगांव में इतना बड़ा घोटाला देखने के बाद उन्होंने ग्राम सचिव को जेल भेजने का आदेश दिया और चार अन्य अभियुक्त अभी भी भागने में सफल रहे हैं। अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है इसी तरह से पूर्व सचिव द्वारा पैसा लेकर के आवास आवंटित कर दिया गया जिनके पास पहले से ही आवास था।  जिनके ऊपर छप्पर तक नसीब नहीं है उनको आवास आवंटित नहीं किया गया है। जो आवाज दिया भी गया था वह आवास पूर्व सचिव और प्रधान मिलकर कटवा दिए उसके बाद पूर्व सचिव तत्काल प्रभाव से अपना तबादला करवा कर यहां से भागने में ही अपना भला समझा ऐसी स्थिति में देश का कैसे विकास होगा यह विचारणीय योग्य है भारतीय जनता पार्टी सरकार की छवि भी इस तरह से धूमिल हो रही है कि आए दिन लोग कोस रहे हैं ग्राम सभा चंदापुर में करीब बारहपुवे हैं जिसमें करीब 8 पुरवा ब्राह्मणों का है लेकिन यहां पर मात्र 1% से भी कम आवास आवंटित किया गया है और ऐसे निशहाय ब्राह्मण है

जिनके ऊपर छत नसीब नहीं है लेकिन फिर भी सचिव द्वारा आवास आवंटित नहीं किया गया है। सिर्फ अपात्र व्यक्तियों को ही आवास आवंटित कर दिया गया है ग्राम प्रधान सिर्फ चुनावी रणनीति के कारण 60% दलितों को आवास आवंटित किया गया जबकि 17 सौ की आबादी में करीब 12 सौ ब्राम्हण इस ग्रामसभा से आते हैं उसके बावजूद भी इस ग्राम सभा को ब्राह्मणों को आवास नहीं दिया गया।

About The Author: Swatantra Prabhat