पम्प हाऊस के निर्माण में गड़बड़ी का आरोप

स्वतंत्र प्रभात अम्बेडकरनगर अकबरपुर नगरपालिका पालिका अन्तर्गत आने वाले वार्ड नम्बर 2 के उँचेगाव मोहल्ला में जलनिगम द्वारा निर्माणाधीन पंप हाउस में मानक विहीन सामानों के उपयोग किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है। स्थानीय निवासी एवं नामित सदस्य नगर पालिका परिषद अकबरपुर लालजी मिश्र ने बताया कि जलनिगम द्वारा बनाए जा रहे

 

स्वतंत्र प्रभात अम्बेडकरनगर

 अकबरपुर नगरपालिका पालिका अन्तर्गत आने वाले वार्ड नम्बर 2 के उँचेगाव मोहल्ला में जलनिगम द्वारा निर्माणाधीन पंप हाउस में मानक विहीन सामानों के उपयोग किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है। स्थानीय निवासी एवं नामित सदस्य नगर पालिका परिषद अकबरपुर लालजी मिश्र ने बताया कि जलनिगम द्वारा बनाए जा रहे पम्प हाउस में सफेद बालू का प्रयोग करते हुए सीमेन्ट की मात्रा मानक के अनुरूप नहीं मिलाई जा रही है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र के जेई बसन्त कुमार द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए अकबरपुर नगर पालिका द्वारा दी गयी जमीन से हट पम्प हाउस को बनवाया जा रहा है जो कि गलत है। उनके द्वारा ऐसा करके किसी एक व्यक्ति को लाभ देने का प्रयास किया गया है ऐसा किया जाना न्यायोचित नहीं है जेई द्वारा ऐसा करने से भ्रष्टाचार की बू आती है।

पम्प हाउस से टैंकर की दूरी लगभग साढ़े तीन किलोमीटर

जिस स्थान पर पम्प हाउस का निर्माण किया जा रहा है वहाँ से जल निगम द्वारा निर्मित जल संग्रहण एवं वितरण हेतु बनाए गए टैंकर में जल पहुचाने के लिए लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की पाइप पड़ने के बाद जल पहुँच सकेगा। जिसके लिए विभाग को अतिरिक्त क्षमता वाले पम्प को बैठना पड़ेगा। अन्यथा की स्थिति में लाभार्थियों तक जल पहुचाना तो दूर टैंकर तक ही जल पहुचाना दूभर हो जाएगा।

अधिशाषी अभियंता ने कहा

पम्प हाउस में मानकविहीन सामानों के प्रयोग एवं बीम इत्यादि न लगाएं जाने के सवाल पर अधिशाषी अभियंता जल निगम अम्बेडकर नगर ने कहा कि हमारे यहाँ पम्प हाउस के निर्माण की जो संरचना मान्य है उसी आधार पर निर्माण कराया जा रहा है। रही बात मानकविहीन निर्माण की तो इसकी जाँच करवायी जाएगी। यदि मानकविहीन पाया गया तो उचित कार्रवाई कराई जाएगी।

जेई बसन्त कुमार ने बताया

इस बाबत उक्त जेई बसन्त कुमार से टेलीफोन पर वार्ता करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वहाँ पर सारे निर्माण मानक पर ही कराए जा रहे हैं परन्तु मामला दूसरा है। दूसरे मामले के बारे में पूछने पर उन्होंने स्वयं बताया कि वहां के लोग यह चाह रहे थे कि पम्प का बोर थोड़ा हट कर होना चाहिए था लेकिन पम्प की बोर अब खिसकाई नहीं जा सकती है।अब पम्प का घर उसके अनुरूप ही बनाना पड़ेगा।

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