नहर विभाग के अधिकारियों की उदासीनता किसानों की फसलों पर पड़ रहा भारी

नहर में पानी की सप्लाई ना होने व आवारा पशु बन रहे हैं किसानों के लिए मुसीबत स्वतंत्र प्रभातटांडा अम्बेडकर नगर नहर में पानी न आने से व आवारा पशुओं के कारण किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। इस समय गेहूं की फसलों की सिंचाई चर्म सीमा पर होने के बावजूद नहरो में पानी


नहर में पानी की सप्लाई ना होने व आवारा पशु बन रहे हैं किसानों के लिए मुसीबत

स्वतंत्र प्रभात
टांडा अम्बेडकर नगर

नहर में पानी न आने से व आवारा पशुओं के कारण किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। इस समय गेहूं की फसलों की सिंचाई चर्म सीमा पर होने के बावजूद नहरो में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। विभाग से जुड़े अधिकारियों की उदासीनता को दर्शाता ही है साथ ही आवारा पशुओं से भी किसान खासे परेशान हैं। आवारा पशु वह की समस्या तो थी ही लेकिन अब नहर विभाग से जुड़े अधिकारियों की उदासीनता के चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है।

योगी सरकार में पशुओं के लिए बनाया गया गौशाला भी खोखला साबित हो रहा है।आवारा घूम रही पशुओं को गोशाला में रखने की कवायद योगी सरकार के द्वारा कई बार धरातल पर करने का अधिकारियों को दिया गया निर्देश भी कागजों पर सिमट कर रह गया है। खेतों व सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं के कारण किसान अपनी जान जोखिम में डालकर आवारा पशुओं से फसल की रखवाली कर रहे हैं।

हीरापुर से अकबेलपुर नहर में पानी की सप्लाई बंद होने से किसानों के सामने फसलों की सिंचाई को लेकर समस्या बनी हुई हैं। नहर विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को जरा सा फिक्र नहीं फसल रहे या बर्बाद हो जाये। नहर विभाग के कागजों पर पानी की सप्लाई होती रहेंगी या फिर हकीकत में पानी की सप्लाई हो पाना संभव है।

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