मानवता की सेवा और एकता का संदेश ओबरा में हर शनिवार खिचड़ी का भंडारा
समाज में आपसी सद्धभाव और मानव सेवा की भावना को बढ़ावा देने का उत्कृष्ट उदाहरण है।
पत्रकार अजित सिंह समाज का आईना और मानव सेवा के प्रतीक
विकास अग्रहरि (संवाददाता) के साथ कु. रीता की रिपोर्ट
समाज में समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ओबरा के सुभाष तिराहे पर स्थित हनुमान मंदिर में प्रत्येक शनिवार को खिचड़ी के विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। यह एक छोटा सा प्रयास है, जिसका मुख्य ध्येय न कोई अमीर न कोई गरीब की भावना को स्थापित करना है। इस पहल के माध्यम से सभी लोग चाहे उनकी सामाजिक या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, बिना किसी भेदभाव के एक साथ प्रसाद ग्रहण करते हैं।
इस भंडारे की शुरुआत पत्रकार अजीत सिंह की एक छोटी सी पहल के रूप में हुई, जिसका उद्देश्य मानवता की सेवा करना है। उनका मानना है कि जब मानव ही मानव की सेवा करेगा, तभी समाज में सच्ची एकता स्थापित हो पाएगी। यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज को एक साथ लाने और सबको एक का संदेश देने का एक सशक्त माध्यम बन गया है।

इस नेक कार्य को सफल बनाने के लिए कई प्रमुख समाजसेवी और गणमान्य व्यक्तियों का सहयोग मिल रहा है। श्री राम सेवा समिति की टीम, जिसमें सरिता देवी, पुष्पा दुबे, सर्वेश दुबे, विकास सिंह और रीता कुमारी जैसे प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं, सक्रिय रूप से इस आयोजन में अपना योगदान दे रही है।

इसके अतिरिक्त, भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष शिवनाथ जायसवाल, समाजसेवी आलोक पांडे, बाबूराम सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, संजू श्रीवास्तव, और विश्व हिंदू महासंघ के सक्रिय कार्यकर्ता ओम प्रकाश सिंह, अविनाश सिंह, धीरज प्रजापति, विनोद तिवारी, विमलेश पाठक, चंदन सोनी, कृपा शंकर केसरी, आशीष मिश्रा, और विनय दुबे, साथ ही समाजसेवी रामाश्रय बिंद और रणजीत तिवारी जैसे कई अन्य लोगों ने भी अपनी उपस्थिति और सेवा भाव से इस कार्यक्रम को और भी सार्थक बना दिया है।

यह आयोजन समाज में आपसी सद्भाव और मानव सेवा की भावना को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो यह संदेश देता है कि सच्ची सेवा और दान धर्म से परे, मानवता के आधार पर होनी चाहिए।

पत्रकार अजीत सिंह समाज का आईना और सेवा का प्रतीक
पत्रकार अजीत सिंह जिन्होंने इस भंडारे की शुरुआत की, न केवल एक पत्रकार हैं, बल्कि वे समाज सेवा के एक सच्चे प्रतीक भी हैं। अपनी पत्रकारिता के माध्यम से वे समाज का आईना बनकर काम करते हैं और साथ ही गरीबों, असहायों, लाचारों और बुजुर्गों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। अजीत सिंह का मानना है कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। वे जरूरतमंदों को सहायता पहुंचाते हैं, छोटे गरीब बच्चों को कॉपी-किताबें देते हैं और असहाय लोगों को सामग्री प्रदान करते हैं।
.jpg)
उन्होंने कच्चे घरों में रहने वालों को प्लास्टिक और तिरपाल दिलवाया है, ठंड के मौसम में जरूरतमंदों को कंबल दिलवाते हैं, और बीमार व्यक्तियों का इलाज करवाने में भी मदद करते हैं। वृद्धा पेंशन और राशन कार्ड बनवाने जैसे सरकारी कामों में भी वे गरीबों की मदद करते हैं। इन सभी कार्यों के साथ-साथ वे भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरें भी लिखते हैं, जिससे समाज में जागरूकता आती है। इस तरह पत्रकार अजीत सिंह न सिर्फ अपनी लेखनी से समाज में बदलाव ला रहे हैं, बल्कि अपने कार्यों से भी हिंदू सनातन धर्म और मानवता की सेवा का संदेश दे रहे हैं।

Comment List