बिहार में 65 लाख मतदाता के कट सकते हैं नाम

99.98% मतदाताओं तक पहुंचा चुनाव आयोग, 30 सितंबर को प्रकाशित होगी अंतिम मतदाता सूची

बिहार में 65 लाख मतदाता के कट सकते हैं नाम

पटना,बिहार ब्यूरो 

बिहार में मतदाता सूची अद्यतन अभियान को लेकर चुनाव आयोग ने दावा किया है कि राज्य के 99.98 प्रतिशत मतदाताओं तक संपर्क स्थापित किया गया है। आयोग ने इस अभियान को सफल बनाने का श्रेय राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचन पंजीयन अधिकारी, सहायक अधिकारी, बीएलओ, बीएलए और वॉलंटियर्स को दिया है, जिनकी सक्रिय भूमिका से यह उपलब्धि हासिल हो सकी।

30 सितंबर को प्रकाशित  होगा अंतिम मतदाता सूची

चुनाव आयोग के अनुसार, इस अद्यतन प्रक्रिया के तहत अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 सितंबर 2025 को किया जाएगा। इससे पहले 1 अगस्त को प्रारूप मतदाता सूची जारी की जाएगी, जिस पर 1 सितंबर तक आपत्ति या सुधार के लिए आवेदन किया जा सकता है।

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यदि किसी व्यक्ति का नाम गलती से सूची में हट गया हो या जुड़ गया हो, तो वह संबंधित विधानसभा क्षेत्र के मतदाता पंजीयन पदाधिकारी (ईआरओ) के पास जाकर निर्धारित फॉर्म भरकर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है। आयोग ने यह भी आश्वासन दिया है कि सभी उचित आपत्तियों का समाधान समय पर किया जाएगा।

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मृत और स्थानांतरित मतदाताओं की सूची राजनीतिक दलों को सौंपी

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चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि 20 जुलाई को मृत, स्थायी रूप से स्थानांतरित, और लंबे समय से लापता मतदाताओं की सूची राज्य के 12 प्रमुख राजनीतिक दलों को उपलब्ध करा दी गई थी। आयोग ने दलों से आग्रह किया है कि यदि उनके पास ऐसे किसी व्यक्ति की सटीक जानकारी हो, तो उसे बीएलओ को तत्काल सूचित करें, ताकि मतदाता सूची को और अधिक शुद्ध बनाया जा सके।

बिहार में 7.90 करोड़ मतदाता

गौरतलब है कि बिहार में वर्तमान में 7.90 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं। आयोग का प्रयास है कि हर पात्र मतदाता का नाम सूची में हो और अपात्र या दोहरे नाम हटाए जाएं, ताकि आगामी चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न हो सकें।

इस प्रक्रिया में आम लोगों की भागीदारी और जागरूकता को भी अहम बताया गया है। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों से सहयोग की अपील की है, ताकि हर वोटर का अधिकार सुरक्षित और सुनिश्चित रहे।

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