बैठकों को लेकर समस्तीपुर नगर निगम में घमासान
उप मेयर रामबालक पासवान ने इन बैठकों को महज कागजी करार दिया है
बिहार के समस्तीपुर नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बीते एक साल में हर महीने हुई कथित बैठकों को लेकर नगर निगम में घमासान मच गया है। एक ओर मेयर अनिता राम का दावा है कि हर महीने नियमित रूप से बैठकें हुईं और उनमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, तो वहीं दूसरी ओर उप मेयर रामबालक पासवान ने इन बैठकों को महज कागजी करार दिया है।
उन्होंने कहा कि स्थायी समिति की हर बैठक में लिए गए निर्णयों की संपुष्टि सामान्य बोर्ड की बैठकों से कराई जा रही है, जबकि इन बैठकों की सूचना स्थायी समिति के निर्वाचित सदस्यों को ही नहीं दी गई। उप मेयर ने सवाल उठाया कि क्या नगरपालिका एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान है कि स्थायी समिति के निर्वाचित सदस्यों को बिना सूचना दिए ही बैठक करा ली जाए? उन्होंने कहा कि सालभर में कभी भी उन्हें बैठक की आधिकारिक सूचना नहीं दी गई, जबकि वे स्वयं स्थायी समिति के निर्वाचित सदस्य हैं।
इस बीच नगर निगम के नगर प्रबंधक ने कहा कि स्थायी समिति की बैठकें होती रही हैं। लेकिन जब उनसे हर बैठक की तस्वीरें और 48 घंटे पूर्व जारी सूचना पत्र के बारे में पूछा गया तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।
गौरतलब है कि नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति नगर निगम की सात सदस्यीय कैबिनेट मानी जाती है, जिसके अध्यक्ष मेयर होते हैं, जबकि सदस्य सचिव नगर आयुक्त होता है। उप मेयर इसके स्थायी सदस्य होते हैं और बाकी चार वार्ड पार्षद मनोनीत सदस्य होते हैं।

Comment List