आशा संघ की हड़ताल का असर: सुरक्षित मातृत्व शिविर में सन्नाटा, 300 की जगह पहुंचे सिर्फ 51 लाभार्थी
साथ ही उन्हें सरकार की ओर से पौष्टिक आहार भी वितरित किया जाता है
जितेन्द्र कुमार "राजेश"
सुपौल | त्रिवेणीगंज: सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल, त्रिवेणीगंज में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर इस बार फीका रहा। आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल के कारण शिविर में सूना माहौल देखने को मिला। जहां आमतौर पर 300 से अधिक गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचती थीं, वहीं इस बार महज 51 महिलाएं ही लाभ ले सकीं।
हर महीने 9 तारीख को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में आयोजित होने वाले इस शिविर में गर्भवती महिलाओं की ब्लड प्रेशर, शुगर, खून और यूरिन जैसी अहम जांचें की जाती हैं। साथ ही उन्हें सरकार की ओर से पौष्टिक आहार भी वितरित किया जाता है।
इस बार शिविर की व्यवस्था तो पूरी तरह तैयार थी, लेकिन आशा कार्यकर्ताओं की गैरमौजूदगी का बड़ा असर देखने को मिला। महिलाओं को समय पर सूचना नहीं मिल सकी, जिससे उपस्थिति में भारी गिरावट दर्ज की गई।
उधर, प्रखंड आशा संघ की अध्यक्ष महालक्ष्मी देवी के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं ने शिविर का बहिष्कार किया। सीता कुमारी, शीला, रेनू कुमारी, सोनी, सुधा कुमारी, सुलोचना, कंचन कुमारी, भारती कुमारी सहित सैकड़ों आशा कार्यकर्ता अनुमंडलीय अस्पताल के मुख्य गेट के सामने खड़ी रहीं और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

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