आयुक्त एवं सचिव ग्राम्य विकास विभाग ने आकांक्षी जनपद सोनभद्र के विकास कार्यक्रमों की किया समीक्षा, संबंधितों को दिये निर्देश
आकांक्षी जनपद एवं आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि aadir पर विशेष जोर
कलेक्ट्रेट पर समीक्षा बैठक
अजित सिंह/ राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
प्रदेश सरकार के ग्राम विकास आयुक्त एवं सचिव गौरी शंकर प्रियदर्शी ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आकांक्षी जनपद सोनभद्र में सामाजिक विकास से जुड़े सूचकों की प्रगति की समीक्षा किया। इस दौरान उन्होंने आकांक्षी जनपद एवं आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि एवं सामाजिक विकास से जुड़े सूचकों की प्रगति की समीक्षा विभागवार किया।


समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि आकांक्षी जनपद कार्यक्रम के अंतर्गत समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के लिए जनपद में तैनात डॉक्टर व शिक्षक को स्थानान्तरण होने पर तब कार्यमुक्त किया जाये, जब कोई प्रति स्थानीय उनके स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने हेतु जनपद में आयें।स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था बेहतर करने हेतु शिक्षक व डॉक्टर की तैनाती अति आवश्यक है।


इसी क्रम में उन्होंने कहा कि जिला खनिज फाण्डेशन के माध्यम से भी विद्यालयों में पठन-पाठन सामग्री व विद्यालयों के सौन्दर्यीकरण आदि का कार्य कराया जाये, जिला संयुक्त चिकित्सालय हेतु एम0आर0आई0 मशीन उपलब्ध कराने हेतु शासन स्तर पर पत्राचार किया जाये। वनाधिकार अधिनियम के तहत जिन वन निवासियों के वनाधिकार का पट्टा दिये गये हैं, उनके जीवन स्तर में सुधार लाने हेतु मनरेगा विभाग से जॉच कार्ड वन क्षेत्र में वन विभाग द्वारा वन निवासियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा सुनी जाये और उनके मूलभूत समस्याओं का निराकरण ससमय कराया जाये।
स्वास्थ्य विभाग की आर0बी0एस0के0 टीम द्वारा जब विद्यालयों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है तो बच्चों की उपस्थिति कम रहती है और ड्रेस, जूता, मोजा, कापी, किताब आदि सामग्री की वितरण में उपस्थिति अधिक रहती है। यह सुनिश्चित किया जाये कि आर0बी0एस0के0 टीम के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्चें अधिक संख्या में उपस्थित रहें, जिससे बच्चों को शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सकें। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डॉक्टरों को रहने हेतु सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित और गर्भवती महिलाओं को नियमित पोषाहार की उपलब्धता, बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण एवं पोषण स्तर में सुधार हेतु विशेष प्रयास किया जाये।
जिसके क्रम में आईसीडीएस विभाग को निर्देशित किया कि कोई भी पात्र गर्भवती महिला पोषाहार से वंचित न रहे। बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए कि गणित एवं भाषा विषयों में छात्रों के प्रदर्शन में सुधार , छात्र शिक्षक अनुपात युक्त विद्यालयों की संख्या बेहतर करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर की शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे स्कूल अवश्य आयें।
इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अभिभावकों को प्रेरित किया किया जाये कि वह अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने हेतु भेजें, प्राथमिक शिक्षा ही प्रथम सीढ़ी है। इस मौके पर जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आयुक्त/सचिव ग्राम्य विकास महोदय द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिये गये हैं, उसका अनुपालन सभी अधिकारीगण सुनिश्चित करेंगें। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) रोहित यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अश्वनी कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक जय राम सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधाशु शेखर शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहे।

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