सोनभद्र जब सेवा संस्कार बन जाए-गर्ग परिवार का रक्तदान, रिश्तों से आगे बढ़कर किया रक्तदान
भाजपा नेता ने किया नि: स्वार्थ रक्तदान, लोगों ने किया भूरि भूरि प्रशंसा
भाजपा नेता ने किया मिशाल पेश
राजेश तिवारी ( क्राइम ब्यूरो)
सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश-
अक्सर कहा जाता है कि रक्त संबंध सबसे गहरे होते हैं, लेकिन सोनभद्र में गर्ग परिवार ने यह साबित कर दिया है कि जब सेवा संस्कार बन जाए, तो रक्त भी रिश्तों से आगे बहता है! ओबरा निवासी भाजपा नेता रवीन्द्र कुमार गर्ग ने हाल ही में एक ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने निःस्वार्थ सेवा के महत्व को उजागर किया है। जानकारी के अनुसार रवीन्द्र कुमार गर्ग को कहीं से पता चला कि एक बुजुर्ग माता जी को रक्त की तत्काल आवश्यकता है। बिना किसी देरी के, वह तुरंत जिला अस्पताल सोनभद्र पहुँचे और ब्लड बैंक में रक्तदान किया।
जिससे उस बुजुर्ग माता की जान बचाई जा सके। यह रवीन्द्र गर्ग का कोई पहला रक्तदान नहीं है; उन्होंने बताया कि वह अब तक पांच बार रक्तदान कर चुके हैं।गर्ग परिवार में यह सेवाभाव सिर्फ रवीन्द्र कुमार गर्ग तक ही सीमित नहीं है। उनके बड़े बेटे अमन गर्ग भी रामपुर में युवा कल्याण सेवा समिति संस्था से जुड़े हैं और समय-समय पर रक्तदान करते रहते हैं। वहीं, उनके छोटे बेटे यश गर्ग, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हैं, ने भी कुछ महीने पहले दुद्धी में रक्तदान कर एक मुस्लिम महिला की जान बचाई थी।
रवीन्द्र गर्ग ने बताया कि उन्हें और उनके पूरे परिवार को जन सेवा की यह प्रेरणा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मिलती है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि मानव सेवा, चाहे वह किसी भी रूप में हो, सबसे बड़ा धर्म है। गर्ग परिवार का यह कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा है कि कैसे निःस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद करके अनमोल जीवन बचाए जा सकते हैं।यह कहानी दिखाती है कि कैसे एक परिवार ने सेवा को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लिया है, और रक्तदान जैसे पुनीत कार्य के माध्यम से वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं।
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