स्प्रिंकलर से सिंचाई, किसानो के लिए हो रही वरदान साबित

स्प्रिंकलर से सिंचाई, किसानो के लिए हो रही वरदान साबित

जौनपुर - जिला उद्यान अधिकारी सीमा सिंह राणा ने अवगत कराया है कि "पर ड्राप मोर काप" योजनान्तर्गत विकास खण्ड बक्शा एवं बदलापुर में अवधेश उपाध्याय ग्राम दुधौड़ा केला में लगे ड्रिप, पवन कुमार पाण्डेय ग्राम मछलीगांव विकासखंड बदलापुर के गेहूं में लगे मिनी स्प्रिंकलर, राकेश कुमार सिंह ग्राम तरसड़ा विकास खण्ड बक्शा गेहूँ में लगे मिनी स्प्रिंकलर, एंव जंगबहादुर सिंह ग्राम नरी विकासखण्ड बक्शा गेहूं में लगे मिनी स्प्रिंकलर का निरीक्षण किया गया।
 
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कृषक पवन कुमार पाण्डेय द्वारा मिनी स्प्रिंकलर पद्धति से गेहूँ में, सिचाई एवं उर्वरक नैनो यूरिया का इस्तेमाल वेन्चुरी के माध्यम से करके लेबर एवं पानी की बचत कर अच्छी खेती का उदाहरण पेश कर रहे है वहीं विकासखंड बक्शा के कृषक जंग बहादुर सिह ग्राम नरी बक्शा में स्प्रिंकलर पद्धति द्वारा गेहूँ की सिचाई की जा रही है। उनके द्वारा बताया गया कि गेहूँ की बाले लम्बी और पौधे स्वस्थ है। स्प्रिंकलर की अपेक्षा पलड इरीगेशन से सिंचाई से बाली छोटी और पौध भी उतने विकासित नही हुये है।
 
प्रगतिशील कृषक का कहना है कि स्प्रिंकलर पद्धति से सिचाई करने पर पानी व लेबर की बचत होती है, खाद एवं दवा हम लोग वेन्चुरी के माध्यम से डाल सकते है और फसल की अच्छी उपज भी अधिक ले सकते है, जिससे कृषक की आय दुगनी करने में मदद मिलती है। जो कृषक बन्धु स्प्रिंकलर पद्धति की स्थापना करवाना चाहते है। वे किसी भी कार्य दिवस मे जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय मे आधार, खतौनी, फोटो व बैंक पासबुक फोटोकापी के साथ सम्पर्क कर सकते है।

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