लगभग सोलह वर्ष बाद भी स्कूल नहीं पा सका अपना भवन, जबकि दो महिला अध्यापिका की है तैनाती
अम्बेडकरनगर।
जानकारी के लिए बताते चले कि जिले सदर ब्लॉक अकबरपुर (अब नगर पालिका अकबरपुर) के अन्तर्गत आने वाले शिवबाबा वार्ड में स्थित मोहल्ला कोटवा (पहले ग्राम सभा सीहमई कारीरात का एक गांव) है। उक्त कोटवा में एक प्राथमिक विद्यालय कोटवा सीहमई कारीरात नाम से तत्कालीन सरकार द्वारा संस्तुति की गई। तब से अभी तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अकर्मण्यता के चलते इस प्राथमिक विद्यालय कोटवा सीहमई को अपना स्वयं का भवन नसीब नहीं हुआ। अधिकारियों के ढुलमुल रवैए के चलते स्कूल को लगभग 16 वर्ष के बाद भी अभी तक अपना भवन नहीं मिल सका। जबकि इस स्कूल में दो महिला अध्यापिकाएं भी नियुक्त हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी बोले
Read More IAS Sonia Meena: यह IAS अफसर बन चुकी 'माफियाओं का काल', बिना कोचिंग क्रैक किया UPSC एग्जाम इसके बाबत बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने मौखिक बताया कि उक्त विद्यालय, कंपोजिट विद्यालय शिवबाबा में चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल भवन निर्माण हेतु उपजिलाधिकारी अकबरपुर से जमीन स्कूल के नाम कराने एवं सरकार से धन की मांग की गई है।
Read More IAS Success Story: डॉक्टरी छोड़ 2 बार पास की UPSC परीक्षा, कड़ी मेहनत से पहले IPS और फिर बनीं IASअब सवाल यह उठता है कि जब एक ही स्कूल में बच्चों को पढ़ाना था तो 2008 में किसलिए की गई थी नए स्कूल कोटवा सीहमई की संस्तुति? क्या कभी यह स्कूल भी कर सकेगा अपना गृहप्रवेश?

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