स्मार्ट मीटर के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी रणभेरी
स्मार्ट मीटर की कमियों को लेकर जल्द आयोजित होगी शहर की संसद
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टूण्डला- स्मार्ट मीटर की खामियों को लेकर रणभेरी संगठन जन जागरण अभियान चलाएगा इस अभियान को चरणबद्ध तरीके से 23 अगस्त से शुरू किया जाएगा । टूण्डला शहर में भी स्मार्ट मीटर लगना शुरू कर दिए गए हैं । स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद बड़े पैमाने पर उपभोक्ताओं के आर्थिक शोषण की आशंका है जिसके कारण शहर के संगठन रणभेरी द्वारा इस मीटर को लेकर एक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ।
डिजिटल मीटर को हटाकर शहर भर में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य विद्युत विभाग द्वारा तेजी से किया जा रहा है स्मार्ट मीटर को लेकर लगातार उपभोक्ताओं द्वारा विरोध के सुर उठते रहे हैं। उत्तर प्रदेश में 2 वर्ष पहले कई शहरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया गया था, पूर्व में कई अन्य शहरों में लगे स्मार्ट मीटर की कमियों और मीटर जंपिंग की समस्या के चलते इन शहरों के उपभोक्ताओं को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रणभेरी के संयोजक और संस्थापक रंजीत गुप्ता ने बताया कि रणभेरी प्रथम चरण में शहर भर में स्मार्ट मीटर के विरोध को लेकर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत करेगी यह हस्ताक्षर अभियान आगामी 23 अगस्त से शुरू किया जाएगा इससे पहले रणभेरी के सदस्य शहरी क्षेत्र के वार्ड सभासदों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई जाएगी । शहर के प्रबुद्ध वर्ग में चर्चा के उपरांत शहर के सभी विद्युत उपभोक्ताओं के साथ एक खुली बैठक की जाएगी और इस बैठक के बाद स्मार्ट मीटर के विरोध में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा जाएगा।
स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानियां
प्रीपेड स्मार्ट मीटर एक ऑटो कट सिस्टम से लैस मीटर है इसमें रिचार्ज किए गए पैसे खत्म होने से पहले आपके मोबाइल पर सूचना आएगी और उसके तत्काल बाद आपके घर की बिजली काट दी जाएगी । स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद आप पर चले आ रहे पुराने भुगतान के पैसे विभाग द्वारा पहले रिचार्ज के तुरंत बाद ही वसूले जाएंगे जिसके चलते उपभोक्ताओं को शुरुआती दौर में ही हजारों रुपए का रिचार्ज करना होगा ।
2 वर्ष पूर्व शुरू किए गए स्मार्ट मीटर लगाने के अभियान में लखनऊ इलाहाबाद और एनसीआर में उपभोक्ताओं के बिल 30 से 40% बढ़कर आने लगे हैं साथ ही साथ स्मार्ट प्रिंटेड प्रीपेड मीटर की सबसे बड़ी कमी यह है कि यदि उपभोक्ता के घर में 2 किलो वाट का लोड सैंक्शन है और यदि किसी उत्सव या त्योहार के समय उपभोक्ता के घर यह लोड 6 किलो वाट से 7 किलो वाट हो जाता है तो तो बड़े हुए लोड के अनुरूप उपभोक्ता के प्रीपेड रिचार्ज से पैसों का भुगतान मीटर द्वारा काट दिया जाएगा अतिरिक्त लोड चार्ज के साथ-सा द प्रति यूनिट बिजली की दर का भुगतान भी लोड की सीमा के अंतर्गत ही किया जाएगा जिसके चलते बड़े पैमाने पर उपभोक्ता का आर्थिक शोषण होगा।
डिजिटल स्मार्ट मीटर में लगी चिप चाइनीज है और यह चिप अतिरिक्त लोड बढ़ने पर तेजी से गर्म होती है और इस चिप के कारण मीटर जंप की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाती है । वर्तमान समय में लगाए गए डिजिटल मीटर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के बाद उपभोक्ता विद्युत कार्यालय जाकर अपना बिल संशोधित करवा सकते हैं लेकिन प्रीपेड मीटर रिचार्ज होने के बाद किसी भी प्रकार का संशोधन होने की संभावनाएं शून्य होगी।
टूण्डला 2015 में गुजर चुका है रेडियो फ्रीक्वेंसी मीटर के परीक्षण से
टूण्डला शहर पहले भी रेडियो फ्रीक्वेंसी मीटर के परीक्षण से गुजर चुका है इस मीटर के लगने के बाद टूण्डला के विद्युत उपभोक्ताओं ने अपने बल पर 20% ज्यादा बिल भुगतान किया था इसका खुलासा आरटीआई में हुआ था और इसके बाद उपभोक्ता फोरम द्वारा इस मामले में 20% बिल कम करने की हिदायत विद्युत विभाग को दी गई थी। रंजीत गुप्ता ‘ओखरा’ संस्थापक एवं संयोजक रणभेरी
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