तुलसीपुर सीएचसी जिम्मेदारो की उदासीनता से बना तालतलैया

मरीजो को जरा सी बारिश के बाद परिसर में एकत्र दूषित पानी से गुजर जाना पड़ता ओपीडी 

तुलसीपुर सीएचसी जिम्मेदारो की उदासीनता से बना तालतलैया

लाखो के बजट के बाद भी वर्षो से नही किया जा रहा समस्या का पूर्ण समाधान मात्र वैकल्पिक व्यस्था से चला रहे काम 

बलरामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर में जल भराव की समस्या एक बड़ी समस्या के रूप में उभर के सामने आ रही है ।जिसके कारण तमाम आने को मरीजो व तीमारदारों को प्रदूषण और गंदे पानी के तालाब को पार कर जाना पड़ता है इसके बाद वह अस्पताल के ओपीडी तक पहुंचते हैं जहां उनका इलाज होता है। जबकि यह समस्या सीएचसी तुलसीपुर में कई वर्षों से बनी हुई है फिर भी जिम्मेदार अधिकारी के उदासीनता का परिणाम यहां के मरीज को हमेशा जरा सी बारिश पडने पर भुगतान करना होता है ।
 
वही इस समस्या पर एक विभाग दूसरे विभाग पर आरोप प्रत्यारोप कर अपना पल्ला झाड़ने में लगा हुआ है। जबकि इस संबंध में नगर पंचायत तुलसीपुर के अधिकारी बताते हैं की होने वाले जल भराव की समस्या के लिए अस्पताल प्रशासन के द्वारा मात्र वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने के बाद पानी निकलवाया जाता है जबकि इसका सम्पूर्ण समाधान नही किया जाता । जिससे इस जलभराव से मुक्ति मिल सके। अगर इस मामले को लेकर स्वास्थ् विभाग की बात की जाए तो हर वर्ष व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाखो का बजट का अवांटन होता है ।
 
उसके बाद भी जल भराव की समस्या का यूं ही बना रहना अपने आप में एक बार सवाल है। जबकि इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों और अस्पताल आने वाले मरीजों के तीमारदारों के द्वारा इस बात की जानकारी दी जाती है की हर वर्ष लख रुपए का बजट का यहां विभागीय आवंटन होता है फिर भी यह समस्या आखिर क्यों बनी हुई है जो जांच का विषय है।
 
अब सवाल यह उठता है कि क्या स्थानीय जिम्मेदारों की उदासीनता का परिणाम तो नहीं जिस कारण आंशिक व्यबस्था के द्वारा अस्पताल के जल निकासी की बात होती है और जानबूझकर इस समस्या का समाधान नही किया जा रहा।यहां एक कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही कि साँप भी न मरे और लाठी भी न टूटे जो सटीक बैठती है । 
 
 आपको बताते चले कि तुलसीपुर सीएससी केंद्र में काफी दूर से मरीजों के आने की बात सामने आ रही है वही वहीं लोगों का कहना है की नालियां ऊंची होने का जल निकासी की समस्या बनी हुई है इसी कारण नालियों का गंदा पानी अस्पताल परिसर में बारिश के पानी संग एकत्रित होता है जिसमें से होकर मरीज और तीमारदारों को अस्पताल के अंदर जाना होता है।
 
वहीं दूसरी तरफ बात करें तो तुलसीपुर देवीपाटन में मां पाटेश्वरी का भव्य मंदिर भी तुलसीपुर देवी पाटन में जिसके कारण यहां मुख्यमंत्री से लेकर अन्य मंत्री नेता व अधिकारियों के आवागमन अक्सर होने की पुष्टि होती है उसके बाद भी आने वाले मंत्री या अधिकारी को यहां की समस्याओं का अब तक पता नहीं चला जिसके कारण जिला प्रशासन के द्वारा समाधान में कोई रूचि नही ली जा रही है या तुलसीपुर सीएससी को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है।
 
 

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