ताइवान के साथ है अमेरिकी F-16 विमान, चीन के लिए बना संकट
ताइवान भी जवाबी हमले के लिए तैयार है। ताइवान की आर्मी और एयरफोर्स अलर्ट मोड में है। इसके साथ ही मिसाइल यूनिट को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। अमेरिका ने अपने युद्धपोत को अलर्ट मोड पर रखा है। चीन की घेराबंदी को देखते हुए ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चेन ते का बयान भी सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि चीन से जंग के लिए ताइवान तैयार है। ताइवान ने कहा कि चीन की धमकियों का हम करारा जवाब देंगे।
चीन की सेना की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। ताइवान के एयर स्पेस में एफ-16 लगातार उड़ान भर रहे हैं। ताइवान के चारो ओर सुपर सोनिक मिसाइलों का घेरा बना दिया गया है। सिउंग फेस मिसाइल समुद्र और सरफेस में टारगेट हिट करने में सक्षम है।
स्व-शासित द्वीप को घेरने के लिए युद्धाभ्यास समाप्त होने के बाद ताइपे ने शनिवार को कहा कि ताइवान के आसपास चीन का दो दिवसीय सैन्य अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए एक ज़बरदस्त उकसावे जैसा है। ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के हवाले से एक बयान में कहा गया कि चीन का हालिया एकतरफा उकसावे न केवल ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की यथास्थिति को कमजोर करता है,
बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए भी एक बड़ा उकसावे वाला कदम है, जिससे गंभीर चिंता पैदा हो रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसकी निंदा कर रहा है।
20 मई को ताइवान के नए राष्ट्रपति लाइ चिंग ते की शपथ के बाद से चीन बौखला गया है। जिसके बाद चीन की वॉर ड्रिल शुरू हो गई। अभ्यास के दौरान चीनी युद्धक विमान और जहाज खतरनाक तरीके से ताइवानी सैन्य हार्डवेयर के करीब आ गए।
शुक्रवार सुबह 6 बजे (स्थानीय समय) तक समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में ताइवान के आसपास कम से कम 49 चीनी विमानों, 19 जहाजों और सात तट रक्षक जहाजों का पता लगाया गया। 35 विमानों ने मध्य रेखा को पार किया और द्वीप के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश किया।
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