और कितने मासूमो की बलि देगा वन विभाग
11 दिनों के अंदर तीन मासूम को नरभक्षी तेंदुए ने बनाया अपना शिकार
आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने में वन विभाग की सारी कवायद पर फिरा पानी
विशेष संवाददाता मसूद अनवार की रिपोर्ट
बलरामपुर
जहां वन विभाग तमाम तरह के दावे करता हुआ दिखाई दे रहा है कि वनजीव की सुरक्षा और उनके देखरेख वन विभाग के कर्मियों के द्वारा लगातार की जा रही है और उनसे किसी को कोई क्षति नही है। लेकिन जो तस्वीर पटल पर उभर कर आ रहे हैं उसको देखने के बाद वन विभाग के सारे दावे फेल नजर आ रहे हैं । आपको बता दें कि लगातार हमले से इस समय तुलसीपुर तराई क्षेत्र में तेंदुए आतंक का पर्याय बना हुआ है जिससे एक तरफ क्षेत्र में भय का माहौल है वही वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है । आपको बता दे की 11 दिनों के अंदर लगातार तीन मासूमों को अपना निवाला बनाने वाला आदमखोर तेंदुआ आतंक का पर्याय बन चुका है जिसको पकड़ने में वन विभाग की कोशिश अब तक नाकाम साबित हो रही है । ताजा मामला गुरुवार देर शाम को जनपद के हरैया थाना क्षेत्र के बेलवा गांव में घर के बाहर आग ताप रहे 8 वर्षीय विकास पुत्र जगन को आदमखोर तेंदुआ ने झपट्टा मारकर अपना निवाला बना लिया। जिसके चलते परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और परिजन का रो रो कर बुरा हाल है। गांव वालों के ढूंढने के बाद लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी नाले के पास 8 वर्षीय मासूम का शव ग्रामीणों को क्षतिग्रस्त हालत में मिला है ।आपको बताते चलें कुछ दिन पहले जनपद के तुलसीपुर थाना क्षेत्र के लाल नगर सिपहिया में भी आदमखोर तेंदुआ ने दो मासूम बच्चों को निवाला बना चुका है। इसके बाद भी वन विभाग कुंभकरणी नींद सोया हुआ है वन विभाग की टीम ने आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने के लिए लाल नगर सिपहिया में कैमरा और पिंजरा तो लगवाया लेकिन वन विभाग की पकड़ से नरभक्षी आदमखोर तेंदुआ अब भी दूर है जिसको पकड़ने की वन विभाग की सारी कोशिश नाकाम साबित हुई है जबकि ग्रामीणों का गुस्सा देखने जैसा है जिसका प्रकोप वन रेंजर को झेलने की बात सामने आरही है जबकि वन विभाग के अनुसार उच्च अधिकारियों से बात की जा रही बताई जा रही है अब सवाल यह है कि वन विभाग के उदासीनता के चलते और कितने मासूम बच्चों की बलि देनी होगी य सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग के जिम्मेदार नरभक्षी को पकड़ने य मारने की कोई कवायद करेगे।
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