48 दिन से हड़ताल पर बैठी आशा वर्कर्स ने आज सामूहिक रूप से गिरफ्तारी दी

वर्कर्स ने हड़ताल जारी रखने और 8 अक्तूबर को करनाल में विशाल ललकार रैली की जाएगी

 

 

शिवचरण/पटौदी। 

गुरुग्राम आज हुए प्रदर्शन को सीटू प्रदेश उपाध्यक्ष सतवीर सिंह, राज्य महासचिव जय भगवान,  आशा वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष रानी, सचिव मीरा प्रमुख रूप से संबोधित किया।  संगठन नेताओं ने कहा की बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार के मुखिया के पास हरियाणा की 20000 आशा वर्कर्स के लिए बातचीत का समय नहीं। 48 दिन की हड़ताल के बाद भी सरकार या स्वास्थ्य विभाग द्वारा हड़ताली वर्कर्स की मांगो का समाधान नहीं कर रही है। हम सरकार को आगाह करते हैं की हमारी मांगो का निपटारा सम्मानजनक तरीके से हो। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण कर रही है। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की अन्य स्टाफ की बेहद कमी है, ढांचागत सुविधाएं नहीं है। हमारे आंदोलन की यह भी मांग है कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत हो। 

उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार 7-8 प्रोत्साहन राशियों को ज्यादा वेतन बता  रही है।  लेकिन वह यह नहीं बता रही आशा वर्कर से 70-80 हजार रुपए लेने वाले पक्के कर्मचारी की तरह से काम ले रही है। न ही सरकार यह बताने का कष्ट करती है कि 2018 के बाद से हमने आशा वर्कर पर बेतहाशा काम बढ़ा दिए हैं। 2018 के बाद आशा के वेतन में हमने कोई बढ़ोतरी नहीं की है उलटे कटौतियां की हैं। ऑनलाइन कामों के लिए आशा वर्कर्स को एक नए पैसे का भी भुगतान नहीं हो रहा। उल्टे उनकी प्रोत्साहन राशियों में कटौती की गई है। राज्य की भाजपा सरकार आशा वर्कर्स के प्रति दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। महिलाओं पर जिस प्रकार से सरकार ने 27 और 28 को दमन का जो तरीका अपनाया वह बेहद निंदनीय था।  उन्होंने कहा की हड़ताल और आंदोलन जब तक जारी रहेगा । पुलिस ने 21 बसों में आंदोलनकारियों को गिरफतार किया और देवीलाल स्टेडियम में हिरासत में रखा गया। जिन्हे श्याम को बरी कर दिया गया।

प्रदर्शन को आशा वर्कर्स यूनियन की नेता पुष्पा, पूनम,पिंकी, कुसुम, सुदेश, हेमलता, सुनीता, सर्व कर्मचारी संघ नेता जोगेंद्र करोंथा, सीपीआईएम नेता विनोद भारद्वाज, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन जिला प्रधान मूर्ति देवी, बबीता, ज्ञान विज्ञान समिति के नेता ईश्वर नास्तिक ने भी संबोधित किया। संगठन नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार हठधर्मिता अपनाए है। उन्होंने कहा कि राज्य की 20000 आशा वर्कर्स अब जनता के बीच जा रही हैं।  हम 4 लाख घरों तक पहुंचेंगे। ब्लॉक स्तर पर पंचायतें की जा रही हैं। इसमें आमजन व जनप्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार हमारा मानदेय बढ़ाए, न्यूनतम वेतन 26000 रूपये करे, हमे स्वास्थ्य विभाग का स्थाई कर्मचारी घोषित करे। उन्होंने कहा कि सैंकड़ो की संख्या में जेल भरो कार्यक्रम में आशा वर्कर्स ने एक हिस्सा लिया है। हड़ताल जारी  रहेगी 29 सितम्बर को यूनियन को बातचीत के लिए बुलाया गया है। जब तक मांगो का निपटारा नहीं होगा हड़ताल जारी रहेगी।

About The Author: Swatantra Prabhat Desk