UNSC में भारत की स्थायी सीट के लिए जयशंकर ने मजबूती से रखा पक्ष, बोला संयुक्त राष्ट्र "सुधार" को तैयार रहे

स्वतंत्र प्रभात 

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत के लिए स्थायी सीट का मजबूत मामला पेश करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को राय दी कि संयुक्त राष्ट्र को इस संबंध में "सुधार" के लिए तैयार रहना चाहिए। जयशंकर ने  कहा कि “अगर वे नहीं सुधरे तो क्या होगा? लोग बाहर समाधान ढूंढ लेंगे  और यह एक संदेश है जिसे संयुक्त राष्ट्र को समझना होगा।''

जयशंकर ने जोर देकर कहा कि नई दिल्ली G20 शिखर सम्मेलन की वास्तविक उपलब्धि दुनिया के शीर्ष 20 देशों को एक बार फिर "सही मुद्दों" के बारे में सोचना है। उन्होंने कहा, G20 का मिशन वैश्विक वृद्धि और वैश्विक विकास को कैसे बढ़ावा देना और आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, शिखर सम्मेलन का मुख्य परिणाम शीर्ष 20 देशों द्वारा यह स्वीकारोक्ति थी कि अन्य 125-130 देश अब अपने सामाजिक लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं और अगर दुनिया को लक्ष्य हासिल करने में संकोच नहीं करना चाहिए तो कुछ अलग करने की जरूरत है। 

डॉ. जयशंकर ने 'जी-20 और विकासशील भारत' विषय पर भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के छात्रों और संकाय के साथ बातचीत में कहा  "सुधार का विरोध अंततः  यह कुछ हद तक योग्यतम की उत्तरजीविता की तरह है ।  जयशंकर ने बताया कि अफ्रीका के 54 देशों में से कोई भी इसका सदस्य नहीं है। लैटिन अमेरिकी देशों का भी यही हाल है. “दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश नहीं है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वहां नहीं है, आप इसे कब तक जारी रखेंगे?”
 

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